केवड़िया (गुजरात)। यहां बन रहे सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। स्टेचू ऑफ यूनिटी के चारों ओर लाइटिंग होगी। इसके लिए दुबई के शारजाह की एक कंपनी को 1.23 करोड़ का ठेका दिया गया है। कंपनी ने स्टेचू ऑफ यूनिटी में लाइट लगाने का काम भी शुरू कर दिया है। 182 मीटर ऊंची प्रतिमा को लाइट से रोशन करने के लिए लेजर लाइट का इस्तेमाल होगा। केवड़िया से स्टेचू ऑफ यूनिटी तक जाने वाले रास्ते को भी सजाया जाएगा। 28 अक्टूबर तक लाइटिंग का काम पूरा कर दिया जाएगा। लोकार्पण से पहले भारत भवन और स्टेचू ऑफ यूनिटी व्यू प्वाइंट 1 में केवड़िया कॉलोनी के लगभग 7-8 किमी. एरिया में लाइट लगाई जाएगी। स्टेचू के चारों ओर 3 टावर खड़े किए जाएंगे। जिसमें एक खंभे पर 24 व्हाइट फ्रेजर जबकि दूसरे पर 50 से अधिक लाइटें लगेंगी। एक लाइट 1000 वॉट की होगी। पर्यटक रात में स्टेचू ऑफ यूनिटी को अच्छी तरह से देख सकें इसलिए 182 मीटर तक लेजर लाइट लगाई जाएगी।
स्टेचू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण के लिए सी-प्लेन में नहीं आएंगे मोदी
स्टेचू ऑफ यूनिटी का लोकार्पण करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सी-प्लेन से नहीं आएंगे, क्योंकि यहां प्लेन उतारने की जगह नहीं है। यहां के तीन नंबर तालाब में बड़े-बड़े मगरमच्छ होने के कारण इस प्रोग्राम को रद्द कर दिया गया है। इससे पहले सी-प्लेन के लिए नर्मदा डैम और गरूडेश्वर के बीच 12 किमी के तालाब को पानी भरने की योजना बनाई गई थी, पर डैम अभी भी 12 मीटर तक खाली है। ज्ञातव्य है कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबरमती नदी में सी-प्लेन को उतारा था। हालांकि बाद में इस पर विवाद शुरू हो गया था। केवड़िया में स्टेचू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोबारा सी-प्लेन से आने की चर्चा थी किंतु कुछ कारणों से इसे रद्द कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हेलीकॉप्टर से आएंगे।
स्टेचू ऑफ यूनिटी के चारों ओर बने 3 टावर पर लगेंगी 50 से अधिक लाइटें
- 1.23 करोड़ के खर्च से डैम और स्टेचू ऑफ यूनिटी में होगी लाइटिंग
- 182 मीटरमीट की प्रति को रोशन करने के लिए खास लेजर लाइट।
- 24 व्हाइट फ्रेजर लाइन एक खंभे पर लगेगी।
- 1000 वॉट की एक लाइट होगी।
- 100 से अधिक लाइट यहां लगेंगी।
-03 खंभे प्रतिमा के चारों ओर लगाए जाएंगे।