ग्राउंड रिपोर्ट-विश्वपति वर्मा_
अधिकारी किस तरहं से भ्रष्टाचार का बढ़ावा दे रहे हैं शायद आपको नही पता है ।लेकिन आप भी यह बात जानों इसके लिए हम आपको बस्ती जनपद के सल्टौआ ब्लॉक लेकर चल रहे हैं ,ब्लॉक द्वार स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार को जो रिपोर्ट दिए गए हैं के उसमे बताया गया है कि ब्लॉक के कुल 99 ग्राम पंचायत के सापेक्ष 91 ग्राम पंचायत ओडीएफ हो चुके हैं ।
जब हमे इस बात की जानकारी हुई तो हमे लगा कि हुआ भी होगा ,लेकिन हमने सोचा क्यों न धरालत पर जाकर उसकी सच्चाई को जान लिया जाए ।
इस कड़ी में हम सबसे पहले हम ब्लॉक के कनेथू बुजुर्ग ग्राम पंचायत में गए । इस गांव के लिए हमे जो जानकारी मिली थी उसमें बताया गया कि ग्राम पंचायत में कुल 267 परिवार हैं और सभी 267 परिवारों के घर मे शौचालय निर्माण का कार्य पूरा हो गया।यानि कि गांव को खुले से शौच मुक्त कर दिया गया है ।
हमे लगा कि शायद अब इस गांव के लोग डिब्बा लेकर खेत में नही जाते होंगे इसकी पड़ताल करने के लिए हम सुबह सुबह गांव में पंहुच गए जंहा पर देखने को मिला कि कई दर्जन ग्रामवासी डिब्बा लेकर खेत की तरफ जा रहे हैं ।इससे यह स्पष्ट हुआ कि गांव खुले से शौच मुक्त नही हुआ ।
उसके बाद गांव के एक निवासी फूलचन्द्र के घर पंहुच गए वँहा पँहुचने पर यह पता चला कि फूलचन्द्र के घर शौचालय तो बना है लेकिन उसका प्रयोग अभी नही है क्योंकि उसका काम अभी अधूरा है।
तो हमारी पड़ताल में यह बात सामने आई है कि ब्लॉक द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार को गलत रिपोर्ट दी गई है।
अधिकारी किस तरहं से भ्रष्टाचार का बढ़ावा दे रहे हैं शायद आपको नही पता है ।लेकिन आप भी यह बात जानों इसके लिए हम आपको बस्ती जनपद के सल्टौआ ब्लॉक लेकर चल रहे हैं ,ब्लॉक द्वार स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार को जो रिपोर्ट दिए गए हैं के उसमे बताया गया है कि ब्लॉक के कुल 99 ग्राम पंचायत के सापेक्ष 91 ग्राम पंचायत ओडीएफ हो चुके हैं ।
जब हमे इस बात की जानकारी हुई तो हमे लगा कि हुआ भी होगा ,लेकिन हमने सोचा क्यों न धरालत पर जाकर उसकी सच्चाई को जान लिया जाए ।
इस कड़ी में हम सबसे पहले हम ब्लॉक के कनेथू बुजुर्ग ग्राम पंचायत में गए । इस गांव के लिए हमे जो जानकारी मिली थी उसमें बताया गया कि ग्राम पंचायत में कुल 267 परिवार हैं और सभी 267 परिवारों के घर मे शौचालय निर्माण का कार्य पूरा हो गया।यानि कि गांव को खुले से शौच मुक्त कर दिया गया है ।
हमे लगा कि शायद अब इस गांव के लोग डिब्बा लेकर खेत में नही जाते होंगे इसकी पड़ताल करने के लिए हम सुबह सुबह गांव में पंहुच गए जंहा पर देखने को मिला कि कई दर्जन ग्रामवासी डिब्बा लेकर खेत की तरफ जा रहे हैं ।इससे यह स्पष्ट हुआ कि गांव खुले से शौच मुक्त नही हुआ ।
उसके बाद गांव के एक निवासी फूलचन्द्र के घर पंहुच गए वँहा पँहुचने पर यह पता चला कि फूलचन्द्र के घर शौचालय तो बना है लेकिन उसका प्रयोग अभी नही है क्योंकि उसका काम अभी अधूरा है।
तो हमारी पड़ताल में यह बात सामने आई है कि ब्लॉक द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार को गलत रिपोर्ट दी गई है।