विश्वपति वर्मा_
सल्टौआ-अमरौली शुमाली और बस्थनवा क्षेत्र के 3 दर्जन से अधिक पशुओं को पागल कुत्ते ने काट लिया जिसकी वजह से किसान परेशान हो रहे हैं।
पागल कुत्ते के काटने का सिलसिला पिछले एक हप्ते से चल रहा था लेकिन बीच मे त्योहारों की छुट्टी के चलते पशु स्वामी चिकित्सा विभाग से संपर्क करने में नाकामयाब रहे।
अब वंही इलाज न होने की दशा में पशु मालिकों को डर सता रहा है कि कंही जानवरों को रेबिज न हो जाये ।कुछ लोगों ने अपने पशुओं को रेबीज की सुई प्राइवेट स्तर पर लगवा दिया है लेकिन प्राइवेट दवा महंगा होने की वजह से अधिकांश लोग अभी भी सरकारी दवा का इंतजार कर रहे हैं।
क्षेत्र के चन्द्रिका चौधरी ,रामचंद्र ,निहाल ,नौलित ,तिलक राम ,शिवा ,रामसुरेस ,अयोध्या ,टीमल, भारत पाल ,गिरीश चंद्र ,मतिवर ,बाबूलाल पाल सहित 3 दर्जन से अधिक पशुओं को कुत्ते ने काटा है।
सल्टौआ-अमरौली शुमाली और बस्थनवा क्षेत्र के 3 दर्जन से अधिक पशुओं को पागल कुत्ते ने काट लिया जिसकी वजह से किसान परेशान हो रहे हैं।
पागल कुत्ते के काटने का सिलसिला पिछले एक हप्ते से चल रहा था लेकिन बीच मे त्योहारों की छुट्टी के चलते पशु स्वामी चिकित्सा विभाग से संपर्क करने में नाकामयाब रहे।
अब वंही इलाज न होने की दशा में पशु मालिकों को डर सता रहा है कि कंही जानवरों को रेबिज न हो जाये ।कुछ लोगों ने अपने पशुओं को रेबीज की सुई प्राइवेट स्तर पर लगवा दिया है लेकिन प्राइवेट दवा महंगा होने की वजह से अधिकांश लोग अभी भी सरकारी दवा का इंतजार कर रहे हैं।
क्षेत्र के चन्द्रिका चौधरी ,रामचंद्र ,निहाल ,नौलित ,तिलक राम ,शिवा ,रामसुरेस ,अयोध्या ,टीमल, भारत पाल ,गिरीश चंद्र ,मतिवर ,बाबूलाल पाल सहित 3 दर्जन से अधिक पशुओं को कुत्ते ने काटा है।