इस देश के गरीब , मध्यम वर्गीय परिवार और किसान तय करें कि देश और देश के लोगों की स्थिति को कैसे बदला जाएगा ।
आज जब बाजार में 5 रुपया किलो गोभी मिल रहा था और उसके भी खरीददार नही मिल रहे थे, तब किसान ने 1 रुपये में एक गोभी बेंचना शुरू कर दिया
जरा सोचिए कि उस किसान को क्या मिला जिसने पौधे तैयार करने के लिए बीज की खरीददारी की, उसको बड़ा किया ,उसकी रोपाई ,सिंचाई करने के साथ निराई और दवाई के अलावां अपना पूरा समय दिया ।
जरा आप चिंतन कीजिये और ऐसी स्थिति में बदलाव लाने के लिए कोई सार्थक प्रयास कीजिये अन्यथा अगली पीढ़ी जब गरीबी और दलिद्रता का दंश झेलेगी तो आपको माफ नही करेगी ।
आज जब बाजार में 5 रुपया किलो गोभी मिल रहा था और उसके भी खरीददार नही मिल रहे थे, तब किसान ने 1 रुपये में एक गोभी बेंचना शुरू कर दिया
जरा सोचिए कि उस किसान को क्या मिला जिसने पौधे तैयार करने के लिए बीज की खरीददारी की, उसको बड़ा किया ,उसकी रोपाई ,सिंचाई करने के साथ निराई और दवाई के अलावां अपना पूरा समय दिया ।
जरा आप चिंतन कीजिये और ऐसी स्थिति में बदलाव लाने के लिए कोई सार्थक प्रयास कीजिये अन्यथा अगली पीढ़ी जब गरीबी और दलिद्रता का दंश झेलेगी तो आपको माफ नही करेगी ।