आज गूगल ने अपना डूडल
एलाइसा लेओनिडा जमफिरेसको को समर्पित किया है। वह दुनिया की पहली महिला इंजिनियरों में से एक थीं। उन्होंने बाधाओं पर विजय हासिल करने की एक मिसाल कायम की। उनका पूरा जीवन एक मिसाल है कि विपरित परिस्थितियों में भी अपनी प्रतिभाओं को कैसे निखारा जाए।जमफिरेसको जनरल असोसिएशन ऑफ रोमानियन इंजिनियर्स (एजीआईआर) की पहली महिला सदस्य थीं और जिअलॉजिकल इंस्टिट्यूट ऑफ रोमानिया के कई प्रयोगशालाओं का नेतृत्व किया। उनका जन्म 10 नवंबर, 1887 को हुआ था। उन्होंने रोमानिया के प्राकृतिक संसाधनों का अध्ययन किया और पुरुषों के वर्चस्व वाले मैदान में अपना मुकाम बनाया।
एलाइसा को उच्च शिक्षा हासिल करने और करियर में अपना मुकाम बनाने के लिए काफी बाधाओं को पार करना पड़ा। रोमानिया के गलाटी शहर में पैदा हुईं एलाइसा बुचारेस्ट स्थित सेंट्रल स्कूल ऑफ गर्ल्स से अच्छे नंबरों के साथ हाई स्कूल की परीक्षा पास की थीं। लेकिन जब उन्होंने स्कूल ऑफ हाइवेज ऐंड ब्रिजेज, बुचारेस्ट में हायर स्टडीज के लिए आवेदन किया तो लिंग के आधार पर उनका आवेदन रद्द कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने किसी और संस्थान में दाखिला लेने का फैसला किया। उन्होंने जर्मनी के रॉयल टेक्निकल अकैडमी में आवेदन किया जिसे 1909 में मंजूर कर लिया गया। वहां भी उनको काफी भेदभाव का सामना करना पड़ा। एक बार संस्थान के प्रमुख ने उनसे कहा, 'बेहतर होता कि आप चर्च, बच्चे और रसोई पर फोकस करतीं।'