महिपाल पटेल "माही "यूथ बिग्रेड की बैठक मूड़घाट चौराहे पर किया गया ,बैठक शुरू करने से पहले यूथ बिग्रेड द्वारा सबसे पहले संत गाडगे के 62 वें परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।
बैठक में संत गाडगे की जीवन पर संबोधित करते हुए सरदार सेना के जिला अध्यक्ष ने बताया कि संत गाडगे वह व्यक्तित्व थे जिन्होंने लोगों के दुःख, दर्द को देखा और उससे उभरकर जनकल्याण के मार्ग पर लोगों को अग्रेषित किया। वे जीवनभर जनसेवा के लिए कार्य करते रहे। उन्होंने महाराष्ट्र के विदर्भ विभाग में जन्म लिया किन्तु उनका कार्य सर्वदूर फैला हुआ था, वे जानते थे कि भारत अधिकतर गांवों में बसा हुआ है। हमें इस देश को उन्नत बनाना है, तो सर्वप्रथम गांवों का विकास करना होगा। उसमें जो-जो कुरीतियां है, अंधश्रध्दा है, उसका नाश करना होगा।
बैठक को प्रभाकर वर्मा ने संबोधित हुए बताया की संत गाडगे अपना पूरा जीवन समाज के अंतिम पंक्ति में जीवन यापन करने वालों के उत्थान में समर्पित कर दिया वें जीवनभर भूखे को खाना, प्यासे को पानी, नंगे को वस्त्र, गरीब को शिक्षा, बेघर को घर, अंधे, लूले एवं मरीज को दवा, बेकार को रोजगार, पशु, पक्षियों को अभय, गरीब युवक-युवतियों का विवाह, दुःखी एवं निराशों को हौसला आदि बातों को अपने कार्य का सूत्र बनाया और इसी सूत्र को पूर्णत्व देने का कार्य वे जीवन भर करते रहे
बैठक को यूथ बिग्रेड के अध्यक्ष महिपाल पटेल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जंहा सभी राजनैतिक पार्टियां सरदार पटेल के नाम पर राजनीति कर रही हैं वंही किसानों के मसीहा सरदार पटेल को आज भी उपेक्षित रखा गया है माही ने कहा कि आज बस्ती जैसे शहर में सरदार पटेल की एक भी प्रतिमा स्थापित नही है जो न केवल सरदार पटेल पर राजनीति करने वाले लोगों के निजी स्वार्थ को प्रदर्शित करती है बल्कि देश के एक सच्चे सिपाही जिसने खंडित भारत को अखण्ड भारत का स्वरूप करने में विशेष योगदान दिया उसके जीवन काल खण्डों को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।बैठक में सभी युवाओं ने सरदार पटेल के नाम पर शहर में म्यूजियम बनाने की मांग पर विचार किया ।
इस मौके पर वीरेंद्र चौधरी, प्रदीप चन्द्र वर्मा,धैर्य जी पटेल, आकाश पटेल, विनय चौधरी , मनीष ,विकास, संजय चौधरी अरविंद ,सतीश, सुजीत पिंकू सहित दर्जनों युवा मौजूद थे
बैठक में संत गाडगे की जीवन पर संबोधित करते हुए सरदार सेना के जिला अध्यक्ष ने बताया कि संत गाडगे वह व्यक्तित्व थे जिन्होंने लोगों के दुःख, दर्द को देखा और उससे उभरकर जनकल्याण के मार्ग पर लोगों को अग्रेषित किया। वे जीवनभर जनसेवा के लिए कार्य करते रहे। उन्होंने महाराष्ट्र के विदर्भ विभाग में जन्म लिया किन्तु उनका कार्य सर्वदूर फैला हुआ था, वे जानते थे कि भारत अधिकतर गांवों में बसा हुआ है। हमें इस देश को उन्नत बनाना है, तो सर्वप्रथम गांवों का विकास करना होगा। उसमें जो-जो कुरीतियां है, अंधश्रध्दा है, उसका नाश करना होगा।
बैठक को प्रभाकर वर्मा ने संबोधित हुए बताया की संत गाडगे अपना पूरा जीवन समाज के अंतिम पंक्ति में जीवन यापन करने वालों के उत्थान में समर्पित कर दिया वें जीवनभर भूखे को खाना, प्यासे को पानी, नंगे को वस्त्र, गरीब को शिक्षा, बेघर को घर, अंधे, लूले एवं मरीज को दवा, बेकार को रोजगार, पशु, पक्षियों को अभय, गरीब युवक-युवतियों का विवाह, दुःखी एवं निराशों को हौसला आदि बातों को अपने कार्य का सूत्र बनाया और इसी सूत्र को पूर्णत्व देने का कार्य वे जीवन भर करते रहे
बैठक को यूथ बिग्रेड के अध्यक्ष महिपाल पटेल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जंहा सभी राजनैतिक पार्टियां सरदार पटेल के नाम पर राजनीति कर रही हैं वंही किसानों के मसीहा सरदार पटेल को आज भी उपेक्षित रखा गया है माही ने कहा कि आज बस्ती जैसे शहर में सरदार पटेल की एक भी प्रतिमा स्थापित नही है जो न केवल सरदार पटेल पर राजनीति करने वाले लोगों के निजी स्वार्थ को प्रदर्शित करती है बल्कि देश के एक सच्चे सिपाही जिसने खंडित भारत को अखण्ड भारत का स्वरूप करने में विशेष योगदान दिया उसके जीवन काल खण्डों को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।बैठक में सभी युवाओं ने सरदार पटेल के नाम पर शहर में म्यूजियम बनाने की मांग पर विचार किया ।
इस मौके पर वीरेंद्र चौधरी, प्रदीप चन्द्र वर्मा,धैर्य जी पटेल, आकाश पटेल, विनय चौधरी , मनीष ,विकास, संजय चौधरी अरविंद ,सतीश, सुजीत पिंकू सहित दर्जनों युवा मौजूद थे