भारत वर्ष के सत्यनाश का मूल कारण यही रहा है की सम्पूर्ण विद्या-बुद्धि, राजसत्ता केवल मुट्ठी भर लोगों के अधिकार में ही रह गया है ,यदि हमे उन्नति करनी है तो जनता में विद्या का प्रचार करना होगा ,राष्ट्रवादी शिक्षा का निर्माण करना होगा ,गरीबों ,पिछड़ों ,दलितों असहायों को मूल्यपरक शिक्षा से जोड़ना होगा ,सरकार से राष्ट्र में एक शिक्षानीति लागू करने की मांग करना होगा ।
अन्यथा तुम्हारे चुप रहने भर से ही चन्द लोगों के लिए आजादी मिली रहेगी ,उसके बाद जनता मूर्खता अज्ञानता और दरिद्रता के जंजीरों में जकड़ी रहेगी।
तहकीकात समाचार
अन्यथा तुम्हारे चुप रहने भर से ही चन्द लोगों के लिए आजादी मिली रहेगी ,उसके बाद जनता मूर्खता अज्ञानता और दरिद्रता के जंजीरों में जकड़ी रहेगी।
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