विश्वपति वर्मा_
भारत मे अनेको अनेक भ्रष्टाचार हुए ,घूसखोरी ,दलाली मक्कारी ,बेरोजगारी भी बढ़ी ।लेकिन इतना ध्यान देना होगा कि भारत ने एम्स, कालेज ,सड़क ,बिजली, मनरेगा, दूरसंचार ,पेय जल ,पोलियो पर नियंत्रण,गरीबों को आवास ,पिछड़े एवं दलितों को मूलधारा में लाने के लिए शिक्षा, वजीफा, इत्यादि की व्यवस्था भी की है ।
और यह पूरा काम मोदी सरकार ने नही बल्कि पूर्ववर्ती सरकारों ने किया है ।
वर्तमान की मोदी सरकार को भ्रष्टाचार ,बेरोजगारी ,कुपोषण जैसे भयंकर समस्या से निपटना था लेकिन भारतीय जनता पार्टी एवं उनके शीर्ष नेताओं ने बेबुनियाद मुद्दे पर पांच साल के कार्यकाल को पूरा कर दिया।
उसके बाद भी पीएमओ आफिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पोस्ट किया जाता है कि हमने भारत की बेबशी पर कई फिल्में देखी हैं ,जिसमे खुद पीएम मोदी का नाम संबोधित रहता है।
भाई देश ने इतना सब कुछ दिया है लेकिन अपने निजी स्वार्थ के चलते भारत की छवि पर सवाल न उठाओ ।
यदि भारत की स्थिति बदतर हुई है तो नेताओं की बिरादरी ही इसमे शामिल है ,पहले उस समस्या को खत्म करो।
भारत मे अनेको अनेक भ्रष्टाचार हुए ,घूसखोरी ,दलाली मक्कारी ,बेरोजगारी भी बढ़ी ।लेकिन इतना ध्यान देना होगा कि भारत ने एम्स, कालेज ,सड़क ,बिजली, मनरेगा, दूरसंचार ,पेय जल ,पोलियो पर नियंत्रण,गरीबों को आवास ,पिछड़े एवं दलितों को मूलधारा में लाने के लिए शिक्षा, वजीफा, इत्यादि की व्यवस्था भी की है ।
और यह पूरा काम मोदी सरकार ने नही बल्कि पूर्ववर्ती सरकारों ने किया है ।
वर्तमान की मोदी सरकार को भ्रष्टाचार ,बेरोजगारी ,कुपोषण जैसे भयंकर समस्या से निपटना था लेकिन भारतीय जनता पार्टी एवं उनके शीर्ष नेताओं ने बेबुनियाद मुद्दे पर पांच साल के कार्यकाल को पूरा कर दिया।
उसके बाद भी पीएमओ आफिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पोस्ट किया जाता है कि हमने भारत की बेबशी पर कई फिल्में देखी हैं ,जिसमे खुद पीएम मोदी का नाम संबोधित रहता है।
भाई देश ने इतना सब कुछ दिया है लेकिन अपने निजी स्वार्थ के चलते भारत की छवि पर सवाल न उठाओ ।
यदि भारत की स्थिति बदतर हुई है तो नेताओं की बिरादरी ही इसमे शामिल है ,पहले उस समस्या को खत्म करो।