मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर भारत में इस बार मार्च तक शीतलहर चलने की संभावना है। इसका कारण फरवरी के आखिरी सप्ताह या मार्च के शुरू तक उत्तर भारत में ‘ला-नीना’ तूफान सक्रिय होना है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी वजह से प्रशांत महासागर अपेक्षाकृत ज्यादा ठंडा रहेगा। उत्तर भारत में इसका खासा असर पड़ने की संभावना है।
इसके साथ ही गुरुवार को कई मैदानी और पर्वतीय इलाकों भारी बारिश और बर्फबारी हुई। यूपी, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में जमकर बारिश हुई और कई जगहों पर ओले भी गिरे। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड समेत उत्तर भारत हिमपात एवं बारिश के कारण फिर से कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है। वहीं भारी बर्फबारी के चलते लगातार दूसरे दिन भी कश्मीर देश के दूसरे हिस्से से कटा रहा। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहने और क्षेत्र में भारी हिमपात के चलते यहां हवाईअड्डे पर विमान सेवाएं बाधित हैं।
इसके साथ ही गुरुवार को कई मैदानी और पर्वतीय इलाकों भारी बारिश और बर्फबारी हुई। यूपी, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में जमकर बारिश हुई और कई जगहों पर ओले भी गिरे। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड समेत उत्तर भारत हिमपात एवं बारिश के कारण फिर से कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है। वहीं भारी बर्फबारी के चलते लगातार दूसरे दिन भी कश्मीर देश के दूसरे हिस्से से कटा रहा। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहने और क्षेत्र में भारी हिमपात के चलते यहां हवाईअड्डे पर विमान सेवाएं बाधित हैं।