बदलाव संस्था द्वारा भिक्षावृत्त्ति से जुड़े लोगों को पुनर्वासित करके समाज की मुख्यधारा में लाने हेतु संचालित "हैप्पी होम (देखभाल, संरक्षण एवं पुनर्वास)" केंद्र पर सद्भावना होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सद्भावना होली मिलन कार्यक्रम में समाज मे व्याप्त चिन्हांकित बारह सामाजिक बुराईयों पर्यावरणीय प्रदूषण, भिक्षावृत्त्ति, गैरबराबरी, बेरोजगारी, महिला हिंसा, बेहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, गंदगी, नशा, अशिक्षा,बाल भिक्षावृत्त्ति, अन्याय, सम्प्रदायिकता एव नफरत का सांकेतिक दहन भी शाम 7 बजे दहन किया गया।इन चिन्हांकित बारह समस्याओं के उन्मूलन हेतु एक-एक माह का पूरे वर्ष विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम के बारे में संचालन कर रहे कार्यकर्ता दिवाकर सिंह ने विस्तृत बात रखी , फिर सर्वधर्म समभाव प्रार्थना के माध्यम से कार्यक्रम की शुरुआत की गई।इसके बाद सेवार्थी रामू ने कुमाऊँ गीत प्रस्तुत किया, सेवार्थी शिवराम मिश्रा, नरेंद्र देव यादव, श्रवण सिंह जी ने अपने बदलाव की कहानी सुनाई ,कार्यकर्ता निर्ज़ेश गौतम ने सद्भावना विषय पर विस्तृत चर्चा की ,कार्यकर्ता मो अख्तरुल इस्लाम जी ने जाति, धर्म के आधार पर व्याप्त भेदभाव ,गिले शिकवे को मिटाकर आपस मे प्रेम, मोहब्बत, भाईचारा का रंग जन जन में लाने की अपील की।कार्यकर्ता राम जी वर्मा ने होली के महत्व पर विस्तृत बात रखी,और समाज मे व्याप्त बुराइयों को दहन कर नए समाज के निर्माण की अपील की।
बदलाव संस्था के संस्थापक शरद पटेल ने साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज समाज मे व्याप्त होलिका रूपी बारह सामाजिक बुराईयों को दहन कर अच्छाई की जीत होगी, वर्तमान समय मे जब नफरत, गैरबराबरी की खायीं बढ़ रही हो उस समय सद्भावना होली मिलन जैसे कार्यक्रमों का महत्व बढ़ जाता है।यह देश गांधी का देश है और गांधी के सपनों को पूरा उनके बताए गए रास्ते पर चलकर व भारतीय संविधान के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है।समाज मे नफरत फैलाने वालों को पहचानने व उन्हें संविधान के प्रति संवेदनशील बनाकर ही किया जा सकता है, क्योंकि भारतीय संविधान प्रत्येक नागरिक समानता ,स्वतंत्रता, न्याय भाईचारा का पैगाम देता है।सामाजिक कार्यकर्ता श्री दीपक माथुर जी ने कहा कि यह देश गांधी ,अम्बेडकर, ऋषियों, मुनियों का है यह धरती गंगा जमुनयी तहजीब की है यहां नफरत, भेदभाव, गैरबराबरी को समाप्त कर ,प्रेम मोहब्बत भाईचारे के द्वारा ही समानता व शांति की स्थापना की जा सकती है।डॉ कीर्ती विक्रम सिंह जी सहायक निदेशक इग्नू लखनऊ ने सामाजिक गीत प्रस्तुत करके सद्भावना का संदेश दिया।डॉ मनोरमा सिंह जी निदेशिका इग्नू लखनऊ ने कहा कि सेवार्थियों में इतने कम समय मे आया इतना बड़ा सकारात्मक परिवर्तन वास्तव में एक बड़े परिवर्तन को संकेत देता है ।
डॉ राकेश वर्मा वरिष्ठ पी०सी०एस० अधिकारी ने साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के अंतिम व्यक्तियों में इस प्रकार की सोच का जो बदलाव आया है वह बहुत ही काबिले तारीफ है,और जब इन साथियों द्वारा सद्भावना का जो संदेश दिया जा रहा यह संदेश अवश्य समाज मे सद्भावना स्थापित करेगा। इन साथियों ने लोगों में पूर्वाग्रहों को भी तोड़ने का कार्य किया है।डॉ संदीप पांडेय (रेमन मैग्सेसे अवार्डी ,संरक्षक बदलाव)ने अध्यक्षीय संबोधन देते हुए कहा कि आज साथियों में जो बदलाव दिखरहा है वह काबिले तारीफ है ,क्योंकि जब इन साथियों में इतना बड़ा बदलाव आया है तो यह संकेत देता है कि आने वाले समय मे जन जन में सद्भावना व भाईचारे का रंग अवश्य भरेगा।
सेवार्थी प्रकाश ने सामाजिक क्रांतिकारी गीत के माध्यम से सभी लोगों को समाज के बारे में सोंचने को मजबूर किया।
महेंद्र प्रताप समन्वयक भिक्षावृत्ति मुक्ति अभियान के सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया ।
सद्भावना होली मिलन कार्यक्रम में समाज मे व्याप्त चिन्हांकित बारह सामाजिक बुराईयों पर्यावरणीय प्रदूषण, भिक्षावृत्त्ति, गैरबराबरी, बेरोजगारी, महिला हिंसा, बेहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, गंदगी, नशा, अशिक्षा,बाल भिक्षावृत्त्ति, अन्याय, सम्प्रदायिकता एव नफरत का सांकेतिक दहन भी शाम 7 बजे दहन किया गया।इन चिन्हांकित बारह समस्याओं के उन्मूलन हेतु एक-एक माह का पूरे वर्ष विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रयास किया जाएगा।
कार्यक्रम के बारे में संचालन कर रहे कार्यकर्ता दिवाकर सिंह ने विस्तृत बात रखी , फिर सर्वधर्म समभाव प्रार्थना के माध्यम से कार्यक्रम की शुरुआत की गई।इसके बाद सेवार्थी रामू ने कुमाऊँ गीत प्रस्तुत किया, सेवार्थी शिवराम मिश्रा, नरेंद्र देव यादव, श्रवण सिंह जी ने अपने बदलाव की कहानी सुनाई ,कार्यकर्ता निर्ज़ेश गौतम ने सद्भावना विषय पर विस्तृत चर्चा की ,कार्यकर्ता मो अख्तरुल इस्लाम जी ने जाति, धर्म के आधार पर व्याप्त भेदभाव ,गिले शिकवे को मिटाकर आपस मे प्रेम, मोहब्बत, भाईचारा का रंग जन जन में लाने की अपील की।कार्यकर्ता राम जी वर्मा ने होली के महत्व पर विस्तृत बात रखी,और समाज मे व्याप्त बुराइयों को दहन कर नए समाज के निर्माण की अपील की।
बदलाव संस्था के संस्थापक शरद पटेल ने साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज समाज मे व्याप्त होलिका रूपी बारह सामाजिक बुराईयों को दहन कर अच्छाई की जीत होगी, वर्तमान समय मे जब नफरत, गैरबराबरी की खायीं बढ़ रही हो उस समय सद्भावना होली मिलन जैसे कार्यक्रमों का महत्व बढ़ जाता है।यह देश गांधी का देश है और गांधी के सपनों को पूरा उनके बताए गए रास्ते पर चलकर व भारतीय संविधान के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है।समाज मे नफरत फैलाने वालों को पहचानने व उन्हें संविधान के प्रति संवेदनशील बनाकर ही किया जा सकता है, क्योंकि भारतीय संविधान प्रत्येक नागरिक समानता ,स्वतंत्रता, न्याय भाईचारा का पैगाम देता है।सामाजिक कार्यकर्ता श्री दीपक माथुर जी ने कहा कि यह देश गांधी ,अम्बेडकर, ऋषियों, मुनियों का है यह धरती गंगा जमुनयी तहजीब की है यहां नफरत, भेदभाव, गैरबराबरी को समाप्त कर ,प्रेम मोहब्बत भाईचारे के द्वारा ही समानता व शांति की स्थापना की जा सकती है।डॉ कीर्ती विक्रम सिंह जी सहायक निदेशक इग्नू लखनऊ ने सामाजिक गीत प्रस्तुत करके सद्भावना का संदेश दिया।डॉ मनोरमा सिंह जी निदेशिका इग्नू लखनऊ ने कहा कि सेवार्थियों में इतने कम समय मे आया इतना बड़ा सकारात्मक परिवर्तन वास्तव में एक बड़े परिवर्तन को संकेत देता है ।
डॉ राकेश वर्मा वरिष्ठ पी०सी०एस० अधिकारी ने साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के अंतिम व्यक्तियों में इस प्रकार की सोच का जो बदलाव आया है वह बहुत ही काबिले तारीफ है,और जब इन साथियों द्वारा सद्भावना का जो संदेश दिया जा रहा यह संदेश अवश्य समाज मे सद्भावना स्थापित करेगा। इन साथियों ने लोगों में पूर्वाग्रहों को भी तोड़ने का कार्य किया है।डॉ संदीप पांडेय (रेमन मैग्सेसे अवार्डी ,संरक्षक बदलाव)ने अध्यक्षीय संबोधन देते हुए कहा कि आज साथियों में जो बदलाव दिखरहा है वह काबिले तारीफ है ,क्योंकि जब इन साथियों में इतना बड़ा बदलाव आया है तो यह संकेत देता है कि आने वाले समय मे जन जन में सद्भावना व भाईचारे का रंग अवश्य भरेगा।
सेवार्थी प्रकाश ने सामाजिक क्रांतिकारी गीत के माध्यम से सभी लोगों को समाज के बारे में सोंचने को मजबूर किया।
महेंद्र प्रताप समन्वयक भिक्षावृत्ति मुक्ति अभियान के सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया ।