लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा. ज्यादातर एग्जिट पोल केंद्र में मोदी सरकार की वापसी की ओर इशारा कर रहे हैं लेकिन उसको सीटों को लेकर भारी नुकसान होता दिख रहा है. एनडीटीवी पोल ऑफ पोल्स में जो आंकड़े हैं उसके मुताबिक एनडीए को 274 सीटों मिलती दिखाई दे रही हैं जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में उसे 336 सीटें मिली थीं।
बात करें बीजेपी की सीटों की तो उसे 228 सीटें मिल रही हैं. पिछली बार के मुकाबले उसे 54 सीटों का नुकसान होता दिखाई दे रहा है. वहीं यूपीए को कुल 140 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं और कांग्रेस को 88 सीटें मिल सकती हैं. इस बार भी वह तीन अंकों तक जाते नहीं दिखाई दे रही है. पिछली बार उसे 44 सीटें मिली थीं. वहीं अन्य के खाते में 129 सीटें जा सकती हैं. कुल मिलाकर केंद्र में एक बार फिर से मोदी सरकार की वापसी की संकेत मिल रहे हैं. अगर ऐसा होता है तो यह एक तरह से कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जाएगा.
बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां बीजेपी तगड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. बीजेपी को यहां 40 सीटें मिल सकती हैं. सपा-बसपा गठबंधन को 36 और कांग्रेस को 2 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. वहीं बिहार में एनडीए यानी बीजेपी+जेडीयू+एलजेपी को 31 और कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन को 9 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. झारखंड में बीजेपी गठबंधन और कांग्रेस गठबंधन को 7-7 सीटें मिल रही हैं. दिल्ली में बीजेपी के खाते में सभी 7 सीटें जाती दिखाई दे रही हैं. हालांकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन अगर हो जाता है तो कुछ सीटों पर समीकरण भी बदल भी सकते हैं. कांग्रेस के लिए बड़ा झटका राजस्थान और मध्य प्रदेश में लगता दिखाई दे रहा है क्योंकि हाल ही में वहां सरकार बनाने के बाद भी लोकसभा चुनाव में उसकी सीटों में ज्यादा इजाफा नहीं हो रहा है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी 4 और कांग्रेस को 7 सीटें मिल रही हैं. राजस्थान में बीजेपी को 19 और कांग्रेस को 6 सीटें मिल रही हैं. हालांकि पिछली बार बीजेपी के खाते में सभी सीटें आई थीं. वहीं मध्य प्रदेश में बीजेपी को 23 कांग्रेस को 6 सीटें मिल रही हैं. पिछली बार बीजेपी 27 और कांग्रेस ने 2 सीटें जीती थीं.