लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग तकनीक के नए प्रयोग के साथ मैदान में उतर चुकी है। चुनाव के दौरान बूथ लेवल पर बेहतर प्रबंधन के लिए चीफ इलेक्शन ऑफिसर वेंकटेश्वर लू ने शनिवार को एक नया मोबाइल ऐप लॉन्च किया है।
यूपी के इस पहले मोबाइल ऐप का नाम (बीईएमपी) बूथ इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान रखा गया है।
यह मोबाइल ऐप डीएम राजशेखर और जिला प्रशासन की टीम ने मिलकर तैयार किया है। वेंकटेश्वर लू ने मोबाइल ऐप को लॉन्च करते हुए कहा कि जिस दिन वोटर जागरूक हो गया उस दिन जाति और मजहब के नाम पर नफरत फैलाने वाले लोग कभी जनप्रतिनिधि नही बन पाएंगे। इस तरह की जहां भी शिकायतें मिली हैं, वहां जांच कराई गई है। वहीं, सीईओ ने मतदान के दिन क्षेत्र में एनएसएस और एनसीसी की तैनाती पर भी जोर दिया।
डीएम राजशेखर ने दावा किया कि यह मोबाइल ऐप यूपी मे पहली बार बस्ती जिला प्रशासन द्वारा लॉन्च किया गया है। मतदान को अच्छे से कराने के लिए इसमें हर बूथ से जुड़ी छोटी-बड़ी जानकारी का विवरण दर्ज किया जा रहा है। मतदान सूची, दिव्यांग मतदाताओं समेत बूथ स्तरीय निर्वाचन के लिए बनाए गए सभी प्लान का विवरण ऐप में दर्ज होगा। लॉन्च के बाद इस ऐप को बीएलओ और सुपरवाइजर द्वारा डाटा फीडिंग के लिए खोला गया है। 23 अप्रैल से ऐप को सार्वजनिक कर दिया जाएगा।NBT
यूपी के इस पहले मोबाइल ऐप का नाम (बीईएमपी) बूथ इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान रखा गया है।
यह मोबाइल ऐप डीएम राजशेखर और जिला प्रशासन की टीम ने मिलकर तैयार किया है। वेंकटेश्वर लू ने मोबाइल ऐप को लॉन्च करते हुए कहा कि जिस दिन वोटर जागरूक हो गया उस दिन जाति और मजहब के नाम पर नफरत फैलाने वाले लोग कभी जनप्रतिनिधि नही बन पाएंगे। इस तरह की जहां भी शिकायतें मिली हैं, वहां जांच कराई गई है। वहीं, सीईओ ने मतदान के दिन क्षेत्र में एनएसएस और एनसीसी की तैनाती पर भी जोर दिया।
डीएम राजशेखर ने दावा किया कि यह मोबाइल ऐप यूपी मे पहली बार बस्ती जिला प्रशासन द्वारा लॉन्च किया गया है। मतदान को अच्छे से कराने के लिए इसमें हर बूथ से जुड़ी छोटी-बड़ी जानकारी का विवरण दर्ज किया जा रहा है। मतदान सूची, दिव्यांग मतदाताओं समेत बूथ स्तरीय निर्वाचन के लिए बनाए गए सभी प्लान का विवरण ऐप में दर्ज होगा। लॉन्च के बाद इस ऐप को बीएलओ और सुपरवाइजर द्वारा डाटा फीडिंग के लिए खोला गया है। 23 अप्रैल से ऐप को सार्वजनिक कर दिया जाएगा।NBT