उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के निवेश प्रयासों को पंख देते हुए खाद्य उत्पादों के प्रमुख ब्राण्ड 'टॉप्स' की निर्माता कम्पनी जीडी फूड्स मैन्युफैक्चर प्राइवेट लिमिटेड उत्तर प्रदेश में चालू वित्त वर्ष में चरणबद्ध तरीके से 500 करोड रूपये का निवेश करने जा रही है. कम्पनी के उपाध्यक्ष नितिन सेठ ने रविवार को 'भाषा' से बातचीत में कहा, ''कम्पनी चालू वित्त वर्ष में चरणबद्ध तरीके से 500 करोड़ रूपये का निवेश कर रही है. गन्ना समृद्ध मुज़फ़्फ़रनगर-सहारनपुर बेल्ट में 50 एकड़ में चीनी मिल स्थापित होगी .''
सेठ ने चीनी मिल के अगले साल शुरू होने की संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि शुरूआती चरण में मिल की सालाना क्षमता 15 हजार टन होगी, जो क्रमश: बढायी जाएगी . उन्होंने बताया कि विभिन्न खाद्य उत्पादों के उत्पादन के लिए कंपनी द्वारा स्वयं लगभग 10, 000 टन चीनी का उपयोग किया जाएगा जबकि बाकी 5, 000 टन खुले बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी . सेठ ने कहा कि एक बार संयंत्र स्थापित हो जाने के बाद यह उनके बड़े और विविध खाद्य व्यवसाय के लिए भारी बचत करेगा .
सेठ ने कहा, ''... लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह गन्ने की अतिरिक्त मांग पैदा करके लाभार्थी क्षेत्र में सैकड़ों रोजगार पैदा करेगा .'' उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह से एकीकृत संयंत्र होगा, जिससे इसके सभी उप-उत्पाद जैसे गुड़ को मूल्य वर्द्धित उत्पाद या आंतरिक आवश्यकताओं के लिए उपयोग किया जाएगा . इस संयंत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को समर्पित करते हुए सेठ कहते हैं कि यह किसानों को उनकी आय बढ़ाने में मदद करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में लाभकारी रोजगार का सृजन करेगा . उन्होंने बताया कि चीनी कारखाना स्थापित करने के अलावा हम किसानों को उनकी आय बढ़ाने के लिए उनके साथ ठेका खेती करने के लिए भी प्रोत्साहित करेंगे . सेठ ने बताया कि वह पंजाब में बहुत सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं .
कंपनी पंजाब में 6,000 एकड़ से अधिक भूभाग पर टमाटर, हरी मिर्च, नींबू, लाल मिर्च, सरसों और सेब की खेती कर रही है . टॉप्स के पास पंजाब के तरनतारन में टमाटर का पेस्ट संयंत्र भी है. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कह चुके हैं कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरी है, जिसकी वजह से निवेशकों का विश्वास बढ़ा और प्रदेश में पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं
सेठ ने चीनी मिल के अगले साल शुरू होने की संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि शुरूआती चरण में मिल की सालाना क्षमता 15 हजार टन होगी, जो क्रमश: बढायी जाएगी . उन्होंने बताया कि विभिन्न खाद्य उत्पादों के उत्पादन के लिए कंपनी द्वारा स्वयं लगभग 10, 000 टन चीनी का उपयोग किया जाएगा जबकि बाकी 5, 000 टन खुले बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी . सेठ ने कहा कि एक बार संयंत्र स्थापित हो जाने के बाद यह उनके बड़े और विविध खाद्य व्यवसाय के लिए भारी बचत करेगा .
सेठ ने कहा, ''... लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह गन्ने की अतिरिक्त मांग पैदा करके लाभार्थी क्षेत्र में सैकड़ों रोजगार पैदा करेगा .'' उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह से एकीकृत संयंत्र होगा, जिससे इसके सभी उप-उत्पाद जैसे गुड़ को मूल्य वर्द्धित उत्पाद या आंतरिक आवश्यकताओं के लिए उपयोग किया जाएगा . इस संयंत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को समर्पित करते हुए सेठ कहते हैं कि यह किसानों को उनकी आय बढ़ाने में मदद करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में लाभकारी रोजगार का सृजन करेगा . उन्होंने बताया कि चीनी कारखाना स्थापित करने के अलावा हम किसानों को उनकी आय बढ़ाने के लिए उनके साथ ठेका खेती करने के लिए भी प्रोत्साहित करेंगे . सेठ ने बताया कि वह पंजाब में बहुत सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं .
कंपनी पंजाब में 6,000 एकड़ से अधिक भूभाग पर टमाटर, हरी मिर्च, नींबू, लाल मिर्च, सरसों और सेब की खेती कर रही है . टॉप्स के पास पंजाब के तरनतारन में टमाटर का पेस्ट संयंत्र भी है. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कह चुके हैं कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरी है, जिसकी वजह से निवेशकों का विश्वास बढ़ा और प्रदेश में पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं