विश्वपति वर्मा_
क्या चल रहा है देश मे !पता है कुछ आपको ?शायद नही ।
देश भर की कई राजनीतिक पार्टियां देश की सत्ता को हासिल करने के लिए जमीन से आसमान में चक्कर लगा रहे हैं .सात चरणों मे देश मे आम चुनाव होना है जिसमे से 5वे चरण तक के मतदान सम्पन्न हो चुका है।
अब आप जंहा रैलियों में जा रहे हैं कंही मोदी मोदी के नारे लग रहे हैं तो कंही कुर्सी छका लेने के लिए विपक्षियों द्वारा सत्ताधारी पर हमला बोला जा रहा है।
आखिर ये लड़ाई किसके के लिए है ? ये लड़ाई देश के राजपुरुष अपने बेटे -बेटियों के भविष्य के लिए लड़ रहे हैं घुरहू काका के बेटवा के लिए नही।
देश मे सर्वाधिक समय तक कांग्रेस की सरकार रही जिसमे ऐतिहासिक स्तर पर देश मे विकास हुआ वंही कांग्रेस की सरकार में बड़े बड़े भ्रष्टाचार को भी अंजाम दिया गया .देश के टैक्सपेयर का पैंसा नेताओं ने विकास के नाम हड़प लिया उसके बदले देश के मतदाताओं के बच्चों को आज तक उचित शिक्षा का बंदोबस्त तक भी नही किया गया ।
कांग्रेस की सरकार में विकास और भ्रष्टाचार के लिस्टों के बीच 2013 -14 में सर्व शिक्षा अभियान के लिए राज्यों को दी जाने वाली लाभांश को सर्वाधिक 25 हजार करोड़ रुपये की बजट के रूप में पेश किया गया लेकिन सबका साथ और सबका विकास वाली सरकार में 2014,15,16,17 में कटौती के साथ 2018 -19 में बजट में 3500 करोड़ रुपये की कटौती कर दिया गया. इस सरकार द्वारा ऐसे समय मे बजट में कटौती की गई जब देश मे शिक्षा के बजट को केंद्रीय लाभांश को दोगुना करने की जरूरत थी।
अब आप सोचिए ,देश मे मोदी मोदी और कुर्सी कुर्सी क्यों हो रहा है।यह राजनीतिक पार्टियां देश मे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तर्ज पर काम कर रही हैं जंहा उनका लाभ ही प्रथम वरीयता है। झंडा उठाओ और गुणगान करो।
क्या चल रहा है देश मे !पता है कुछ आपको ?शायद नही ।
देश भर की कई राजनीतिक पार्टियां देश की सत्ता को हासिल करने के लिए जमीन से आसमान में चक्कर लगा रहे हैं .सात चरणों मे देश मे आम चुनाव होना है जिसमे से 5वे चरण तक के मतदान सम्पन्न हो चुका है।
अब आप जंहा रैलियों में जा रहे हैं कंही मोदी मोदी के नारे लग रहे हैं तो कंही कुर्सी छका लेने के लिए विपक्षियों द्वारा सत्ताधारी पर हमला बोला जा रहा है।
आखिर ये लड़ाई किसके के लिए है ? ये लड़ाई देश के राजपुरुष अपने बेटे -बेटियों के भविष्य के लिए लड़ रहे हैं घुरहू काका के बेटवा के लिए नही।
देश मे सर्वाधिक समय तक कांग्रेस की सरकार रही जिसमे ऐतिहासिक स्तर पर देश मे विकास हुआ वंही कांग्रेस की सरकार में बड़े बड़े भ्रष्टाचार को भी अंजाम दिया गया .देश के टैक्सपेयर का पैंसा नेताओं ने विकास के नाम हड़प लिया उसके बदले देश के मतदाताओं के बच्चों को आज तक उचित शिक्षा का बंदोबस्त तक भी नही किया गया ।
कांग्रेस की सरकार में विकास और भ्रष्टाचार के लिस्टों के बीच 2013 -14 में सर्व शिक्षा अभियान के लिए राज्यों को दी जाने वाली लाभांश को सर्वाधिक 25 हजार करोड़ रुपये की बजट के रूप में पेश किया गया लेकिन सबका साथ और सबका विकास वाली सरकार में 2014,15,16,17 में कटौती के साथ 2018 -19 में बजट में 3500 करोड़ रुपये की कटौती कर दिया गया. इस सरकार द्वारा ऐसे समय मे बजट में कटौती की गई जब देश मे शिक्षा के बजट को केंद्रीय लाभांश को दोगुना करने की जरूरत थी।
अब आप सोचिए ,देश मे मोदी मोदी और कुर्सी कुर्सी क्यों हो रहा है।यह राजनीतिक पार्टियां देश मे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तर्ज पर काम कर रही हैं जंहा उनका लाभ ही प्रथम वरीयता है। झंडा उठाओ और गुणगान करो।