एनबीटी_
लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण का मतदान रविवार शाम समाप्त होते ही एग्जिट पोल्स के अनुमान बीजेपी के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं। हमारे सहयोगी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ और वीएमआर द्वारा कराए गए एग्जिट पोल की मानें तो बीजेपी की अगुआई वाला NDA सत्ता में शानदार तरीके से वापसी कर रहा है। मोदी लहर के आगे ऐंटी-इनकंबेंसी फैक्टर धराशायी हो गया और बिखरा दिख रहा विपक्ष मौजूदा सरकार की सत्ता को हिलाने में नाकाम रहा। गौर करने वाली बात यह है कि यूपी में महागठबंधन भी कोई चुनौती दे पाने में नाकाम साबित होता दिख रहा है। विपक्ष के तमाम आरोपों के बावजूद जनता ने NDA सरकार पर भरोसा जताया है। आंकड़ों से समझें तो टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के मुताबिक NDA को 542 में से 306 सीटें मिल सकती हैं जो बहुमत (272) के जादुई आंकड़े से काफी ज्यादा हैं। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले UPA को तगड़ा झटका लगता दिख रहा है। हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस जबर्दस्त वापसी करती दिखी थी पर लोकसभा चुनावों में NDA के वोटबैंक को साधने में वह असफल रही। टाइम्स नाउ-VMR एग्जिट पोल के मुताबिक UPA 132 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। अन्य दलों के खाते में 104 सीटें जाती दिख रही हैं।
C-वोटर भी दे रहा NDA की वापसी के संकेत
सी-वोटर का एग्जिट पोल भी NDA की बहुमत वाली सरकार बनने के स्पष्ट संकेत दे रहा है। इसकी मानें तो बीजेपी की अगुआई वाला गठबंधन 287 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी कर रहा है। आपको बता दें कि अगर 23 मई को नतीजे इन एग्जिट पोल्स के अनुसार रहे तो केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई में NDA की सरकार आसानी से बन जाएगी।
यूपी में महागठबंधन को बहुमत
कहते हैं कि दिल्ली की सत्ता यूपी से होकर जाती है। बीजेपी को 2014 का ऐतिहासिक जनमत दोहराने से रोकने के लिए इस बार यूपी में धुर विरोधी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने हाथ मिला लिया था और साथ में अजित कुमार की RLD भी आ गई थी। राजनीतिक जानकार इस महागठबंधन को बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती मानकर चल रहे थे लेकिन टाइम्स नाउ-VMR एग्जिट पोल के मुताबिक यह गठजोड़ भी बीजेपी को झटका दे पाने में नाकाम साबित हो रहा है। इसके मुताबिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी अकेले 47 सीटें जीत सकती हैं और उसके सहयोगी दलों को 2 सीटें मिल सकती हैं, जिससे NDA के खाते में 49 सीटें जाती दिख रही हैं। यूपी में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है और उसे पिछली बार की तरह ही मात्र 2 सीटें मिलती दिख रही हैं। अन्य दलों जिसमें महागठबंधन शामिल है, को 29 सीटें मिल सकती हैं।
2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी+ को यूपी में 43.3 फीसदी वोट मिले थे। दिलचस्प यह है कि एसपी, बीएसपी और RLD के महागठबंधन के बावजूद सत्ताधारी NDA का वोट शेयर बढ़कर 44.8 फीसदी (+1.5%) तक पहुंच सकता है। तुलनात्मक रूप से देखें तो पिछली बार तीनों दलों को 42.65 फीसदी वोट मिले थे जबकि इस बार साथ लड़ने के बाद भी महागठबंधन का वोट शेयर घटा (40.2%) है।
बंगाल में TMC को झटका
यूपी के बाद जिन दो राज्यों में पीएम मोदी ने सबसे ज्यादा रैलियां कीं, उनमें पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर रहा और चुनाव के दौरान हिंसा के कारण भी यह राज्य सुर्खियों में बना रहा। ऐसे में यहां के नतीजों पर देशभर की नजरें टिकी हैं। बीजेपी के दावे के अनुसार ही एग्जिट पोल में भी यहां उसके वोट शेयर में जबर्दस्त इजाफा होता दिख रहा है। 42 सीटों वाले इस राज्य में बीजेपी 11 सीटें जीतती दिख रही है। कांग्रेस को 2 और अन्य, जिसमें ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और लेफ्ट शामिल हैं, को 29 सीटें मिल सकती हैं। खास बात यह है कि पिछले चुनाव में बीजेपी को मात्र 2 सीटें मिली थीं और उसका वोट शेयर भी 16.8 फीसदा था। इस बार एग्जिट पोल के अनुमानों पर यकीन करें तो बीजेपी तृणमूल कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब रही है। 31.86 फीसदी वोटों के साथ BJP 9 सीटों के फायदे में दिख रही है। वहीं, राज्य में सरकार चला रही ममता बनर्जी की पार्टी TMC का वोट शेयर आंशिक रूप से ही सही पर घट सकता है। सीटों में भी पिछली बार की 34 में से उसे 6 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है।
बिहार में बीजेपी+ की घट सकती हैं सीटें
40 सीटों वाले बिहार में NDA की सीटें घट सकती हैं। यहां कांग्रेस की अगुआई वाले UPA को पिछले चुनाव की तुलना में सीधे तौर पर 5 सीटों का फायदा होता दिख रहा है। 42.78 फीसदी वोटों के साथ कांग्रेस+ को 15 सीटें मिल सकती हैं जबकि 2.98 फीसदी वोट शेयरों की कमी के साथ (48.52%) BJP+ को 25 सीटें मिल सकती हैं।
टाइम्स नाउ-VMR सर्वे की मानें तो पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में बीजेपी 4 सीटें गंवा सकती है। पिछली बार उसने सभी 26 सीटों पर फतह हासिल की थी लेकिन इस बार 4 सीटें कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही हैं।
48 लोकसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में बीजेपी+ ने पिछली बार 42 सीटें जीती थीं और कांग्रेस+ को 6 सीटें मिली थीं। हालांकि इस बार टाइम्स नाउ एग्जिट पोल के मुताबिक NDA को 38 सीटों (-4) से ही संतोष करना पड़ सकता है जबकि यही नुकसान UPA में बढ़त के तौर पर जुड़कर उसकी सीटों की संख्या 10 तक (+4) पहुंचा सकता है।
अब बात पीएम मोदी की सबसे ज्यादा रैलियों वाले प्रमुख राज्यों में तीसरे नंबर पर रहे ओडिशा (21) की। पिछली बार भले ही बीजेपी का यहां खाता ही खुल पाया था पर इस बार राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेडी को मोदी-शाह की रणनीति ने तगड़ा नुकसान पहुंचाया है। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल की मानें तो BJD को पिछली बार की 20 सीटों की तुलना में 12 सीटों का नुकसान हो सकता है। वहीं, BJP एक सीटों से आगे बढ़कर इस बार 12 सीटें जीत सकती है। कांग्रेस के खाते में 1 सीट जाने की संभावना जताई गई है।
पिछले चुनावों में बीजेपी ने दिल्ली की सभी सातों सीटों पर कब्जा जमाया था। हालांकि इस बार कांग्रेस एक सीट जीतने में कामयाब हो सकती है। 29 सीटों वाले मध्य प्रदेश में 2014 में बीजेपी को 27 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली थीं। इस बार राज्य की सत्ता भले ही कांग्रेस को मिल गई हो पर वह लोकसभा चुनावों में बीजेपी का ज्यादा नुकसान नहीं कर सकी है। टाइम्स नाउ की मानें तो इस बार BJP को 21 और कांग्रेस को 8 सीटें मिल सकती हैं।
लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण का मतदान रविवार शाम समाप्त होते ही एग्जिट पोल्स के अनुमान बीजेपी के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं। हमारे सहयोगी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ और वीएमआर द्वारा कराए गए एग्जिट पोल की मानें तो बीजेपी की अगुआई वाला NDA सत्ता में शानदार तरीके से वापसी कर रहा है। मोदी लहर के आगे ऐंटी-इनकंबेंसी फैक्टर धराशायी हो गया और बिखरा दिख रहा विपक्ष मौजूदा सरकार की सत्ता को हिलाने में नाकाम रहा। गौर करने वाली बात यह है कि यूपी में महागठबंधन भी कोई चुनौती दे पाने में नाकाम साबित होता दिख रहा है। विपक्ष के तमाम आरोपों के बावजूद जनता ने NDA सरकार पर भरोसा जताया है। आंकड़ों से समझें तो टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के मुताबिक NDA को 542 में से 306 सीटें मिल सकती हैं जो बहुमत (272) के जादुई आंकड़े से काफी ज्यादा हैं। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले UPA को तगड़ा झटका लगता दिख रहा है। हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस जबर्दस्त वापसी करती दिखी थी पर लोकसभा चुनावों में NDA के वोटबैंक को साधने में वह असफल रही। टाइम्स नाउ-VMR एग्जिट पोल के मुताबिक UPA 132 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। अन्य दलों के खाते में 104 सीटें जाती दिख रही हैं।
C-वोटर भी दे रहा NDA की वापसी के संकेत
सी-वोटर का एग्जिट पोल भी NDA की बहुमत वाली सरकार बनने के स्पष्ट संकेत दे रहा है। इसकी मानें तो बीजेपी की अगुआई वाला गठबंधन 287 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी कर रहा है। आपको बता दें कि अगर 23 मई को नतीजे इन एग्जिट पोल्स के अनुसार रहे तो केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई में NDA की सरकार आसानी से बन जाएगी।
यूपी में महागठबंधन को बहुमत
कहते हैं कि दिल्ली की सत्ता यूपी से होकर जाती है। बीजेपी को 2014 का ऐतिहासिक जनमत दोहराने से रोकने के लिए इस बार यूपी में धुर विरोधी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने हाथ मिला लिया था और साथ में अजित कुमार की RLD भी आ गई थी। राजनीतिक जानकार इस महागठबंधन को बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती मानकर चल रहे थे लेकिन टाइम्स नाउ-VMR एग्जिट पोल के मुताबिक यह गठजोड़ भी बीजेपी को झटका दे पाने में नाकाम साबित हो रहा है। इसके मुताबिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी अकेले 47 सीटें जीत सकती हैं और उसके सहयोगी दलों को 2 सीटें मिल सकती हैं, जिससे NDA के खाते में 49 सीटें जाती दिख रही हैं। यूपी में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है और उसे पिछली बार की तरह ही मात्र 2 सीटें मिलती दिख रही हैं। अन्य दलों जिसमें महागठबंधन शामिल है, को 29 सीटें मिल सकती हैं।
यूपी में बीजेपी का बढ़ेगा वोट शेयर?
2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी+ को यूपी में 43.3 फीसदी वोट मिले थे। दिलचस्प यह है कि एसपी, बीएसपी और RLD के महागठबंधन के बावजूद सत्ताधारी NDA का वोट शेयर बढ़कर 44.8 फीसदी (+1.5%) तक पहुंच सकता है। तुलनात्मक रूप से देखें तो पिछली बार तीनों दलों को 42.65 फीसदी वोट मिले थे जबकि इस बार साथ लड़ने के बाद भी महागठबंधन का वोट शेयर घटा (40.2%) है।
बंगाल में TMC को झटका
यूपी के बाद जिन दो राज्यों में पीएम मोदी ने सबसे ज्यादा रैलियां कीं, उनमें पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर रहा और चुनाव के दौरान हिंसा के कारण भी यह राज्य सुर्खियों में बना रहा। ऐसे में यहां के नतीजों पर देशभर की नजरें टिकी हैं। बीजेपी के दावे के अनुसार ही एग्जिट पोल में भी यहां उसके वोट शेयर में जबर्दस्त इजाफा होता दिख रहा है। 42 सीटों वाले इस राज्य में बीजेपी 11 सीटें जीतती दिख रही है। कांग्रेस को 2 और अन्य, जिसमें ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और लेफ्ट शामिल हैं, को 29 सीटें मिल सकती हैं। खास बात यह है कि पिछले चुनाव में बीजेपी को मात्र 2 सीटें मिली थीं और उसका वोट शेयर भी 16.8 फीसदा था। इस बार एग्जिट पोल के अनुमानों पर यकीन करें तो बीजेपी तृणमूल कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब रही है। 31.86 फीसदी वोटों के साथ BJP 9 सीटों के फायदे में दिख रही है। वहीं, राज्य में सरकार चला रही ममता बनर्जी की पार्टी TMC का वोट शेयर आंशिक रूप से ही सही पर घट सकता है। सीटों में भी पिछली बार की 34 में से उसे 6 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है।
बिहार में बीजेपी+ की घट सकती हैं सीटें
40 सीटों वाले बिहार में NDA की सीटें घट सकती हैं। यहां कांग्रेस की अगुआई वाले UPA को पिछले चुनाव की तुलना में सीधे तौर पर 5 सीटों का फायदा होता दिख रहा है। 42.78 फीसदी वोटों के साथ कांग्रेस+ को 15 सीटें मिल सकती हैं जबकि 2.98 फीसदी वोट शेयरों की कमी के साथ (48.52%) BJP+ को 25 सीटें मिल सकती हैं।
टाइम्स नाउ-VMR सर्वे की मानें तो पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में बीजेपी 4 सीटें गंवा सकती है। पिछली बार उसने सभी 26 सीटों पर फतह हासिल की थी लेकिन इस बार 4 सीटें कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही हैं।
48 लोकसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में बीजेपी+ ने पिछली बार 42 सीटें जीती थीं और कांग्रेस+ को 6 सीटें मिली थीं। हालांकि इस बार टाइम्स नाउ एग्जिट पोल के मुताबिक NDA को 38 सीटों (-4) से ही संतोष करना पड़ सकता है जबकि यही नुकसान UPA में बढ़त के तौर पर जुड़कर उसकी सीटों की संख्या 10 तक (+4) पहुंचा सकता है।
अब बात पीएम मोदी की सबसे ज्यादा रैलियों वाले प्रमुख राज्यों में तीसरे नंबर पर रहे ओडिशा (21) की। पिछली बार भले ही बीजेपी का यहां खाता ही खुल पाया था पर इस बार राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेडी को मोदी-शाह की रणनीति ने तगड़ा नुकसान पहुंचाया है। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल की मानें तो BJD को पिछली बार की 20 सीटों की तुलना में 12 सीटों का नुकसान हो सकता है। वहीं, BJP एक सीटों से आगे बढ़कर इस बार 12 सीटें जीत सकती है। कांग्रेस के खाते में 1 सीट जाने की संभावना जताई गई है।
पिछले चुनावों में बीजेपी ने दिल्ली की सभी सातों सीटों पर कब्जा जमाया था। हालांकि इस बार कांग्रेस एक सीट जीतने में कामयाब हो सकती है। 29 सीटों वाले मध्य प्रदेश में 2014 में बीजेपी को 27 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली थीं। इस बार राज्य की सत्ता भले ही कांग्रेस को मिल गई हो पर वह लोकसभा चुनावों में बीजेपी का ज्यादा नुकसान नहीं कर सकी है। टाइम्स नाउ की मानें तो इस बार BJP को 21 और कांग्रेस को 8 सीटें मिल सकती हैं।