गुजरात के वडोदरा में मूसलाधार बारिश ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. यहां कई जगह बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. शहर में बारिश संबंधी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई,जबकि पांच हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इसी बीच एक पुलिसकर्मी ने गर्दन तक गहरे पानी में उतरकर एक बच्ची की जान बचाई. पुलिसकर्मी की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि वो बाढ़ के पानी में उतरकर अपने सिर पर बच्ची को रखकर बाहर निकाल रहे हैं.
पुलिस उप-निरीक्षक गोविंद चावड़ा ने विश्वामित्रि रेलवे स्टेशन के पास देवीपुरा इलाके में डेढ़ वर्षीय एक बच्ची को बचाया. इसके बाद उनकी काफी तारीफ हो रही है. इलाके की बाढ़ के बारे में जानने के बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने का अनुरोध किया.
गोविंद चावड़ा ने कहा, "मैं और टीम के अन्य सदस्यों को देवीपुरा पहुंचने के लिए बाढ़ वाली सड़कों से गुजरना पड़ा. हमने एक पोल को रस्सी से बांध दिया ताकि लोग इसे पकड़कर आगे बढ़ सकें क्योंकि पानी गर्दन से गहरा था." गोविंद चावड़ा ने आगे कहा, "हमें पता चला है कि एक बच्ची और उसकी मां बाढ़ के घर में फंसे हुए थे. मैंने महिला से कहा कि वह हमें एक प्लास्टिक का टब दे क्योंकि उस लड़की को मेरे हाथों में सुरक्षित रखना मुश्किल हो रहा था."
उन्होंने कहा, "हमने टब में कुछ कपड़े और एक बेड-शीट रखी और उसमें बच्चे को डाल दिया. जिसके बाद मैंने अपने सिर पर टब रखा और उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए 1.5 किमी तक पांच फीट गहरे पानी से गुजरा. हमने उस बच्ची की मां को भी बचाया." बता दें कि बृहस्पतिवार सुबह तक 24 घंटे के दौरान यहां करीब 500 मिमी बारिश हुई जिससे सामान्य जनजीवन बाधित हुआ है.
गोविंद चावड़ा ने कहा, "मैं और टीम के अन्य सदस्यों को देवीपुरा पहुंचने के लिए बाढ़ वाली सड़कों से गुजरना पड़ा. हमने एक पोल को रस्सी से बांध दिया ताकि लोग इसे पकड़कर आगे बढ़ सकें क्योंकि पानी गर्दन से गहरा था." गोविंद चावड़ा ने आगे कहा, "हमें पता चला है कि एक बच्ची और उसकी मां बाढ़ के घर में फंसे हुए थे. मैंने महिला से कहा कि वह हमें एक प्लास्टिक का टब दे क्योंकि उस लड़की को मेरे हाथों में सुरक्षित रखना मुश्किल हो रहा था."
उन्होंने कहा, "हमने टब में कुछ कपड़े और एक बेड-शीट रखी और उसमें बच्चे को डाल दिया. जिसके बाद मैंने अपने सिर पर टब रखा और उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए 1.5 किमी तक पांच फीट गहरे पानी से गुजरा. हमने उस बच्ची की मां को भी बचाया." बता दें कि बृहस्पतिवार सुबह तक 24 घंटे के दौरान यहां करीब 500 मिमी बारिश हुई जिससे सामान्य जनजीवन बाधित हुआ है.