DB,चेन्नई-तमिलनाडु में एक दलित बुजुर्ग की शव यात्रा को श्मशान घाट तक जाने के लिए सवर्णों ने रास्ता नहीं दिया। इसके बाद लोगों ने मजबूरन अर्थी को रस्सियों के सहारे पुल से नीचे उतारा और इसे लेकर आगे बढ़ गए। मानवीय संवेदनाओं के प्रति सोचने पर मजबूर करने वाली यह घटना वेल्लोर जिले की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
बताया जा रहा है कि गांव में श्मशान घाट तक जाने के लिए कोई सरकारी रास्ता नहीं है। दो सवर्णों की जमीन से होकर ही यहां तक पहुंचा जा सकता है। हालांकि, स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इलाके में किसी व्यक्ति के अंतिम संस्कार को रोकने की जानकारी उन्हें नहीं मिली है।
मृतक कुप्पन (65) के रिश्तेदार ने मीडिया से कहा कि सालों पहले ऊंची जाति के लोगों ने तार खींचकर श्मशान का रास्ता बंद कर दिया था। पुल से नीचे जाने के लिए सीढ़ियां तो हैं, लेकिन यहां से अर्थी लेकर उतरना बड़ा मुश्किल है। हम चाहते हैं कि सरकार सड़क का इंतजाम करे ताकि आगे किसी को ऐसा अपमान न झेलना पड़े। इलाके में 50 से ज्यादा दलित परिवार रहते हैं।
दूसरी ओर, वेल्लोर की कलेक्टर ए षण्मुगा सुंदरम ने कहा कि श्मशान घाट नदी से लगा हुआ है, जो अवैध जमीन पर स्थित है। प्रशासन समस्या का हल निकालने का प्रयास करेगा। रास्ते के लिए कुछ जमीन अधिग्रहित करेंगे और अंतिम संस्कार के लिए एक शेड का निर्माण भी कराया जाएगा।
बताया जा रहा है कि गांव में श्मशान घाट तक जाने के लिए कोई सरकारी रास्ता नहीं है। दो सवर्णों की जमीन से होकर ही यहां तक पहुंचा जा सकता है। हालांकि, स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इलाके में किसी व्यक्ति के अंतिम संस्कार को रोकने की जानकारी उन्हें नहीं मिली है।
मृतक कुप्पन (65) के रिश्तेदार ने मीडिया से कहा कि सालों पहले ऊंची जाति के लोगों ने तार खींचकर श्मशान का रास्ता बंद कर दिया था। पुल से नीचे जाने के लिए सीढ़ियां तो हैं, लेकिन यहां से अर्थी लेकर उतरना बड़ा मुश्किल है। हम चाहते हैं कि सरकार सड़क का इंतजाम करे ताकि आगे किसी को ऐसा अपमान न झेलना पड़े। इलाके में 50 से ज्यादा दलित परिवार रहते हैं।
दूसरी ओर, वेल्लोर की कलेक्टर ए षण्मुगा सुंदरम ने कहा कि श्मशान घाट नदी से लगा हुआ है, जो अवैध जमीन पर स्थित है। प्रशासन समस्या का हल निकालने का प्रयास करेगा। रास्ते के लिए कुछ जमीन अधिग्रहित करेंगे और अंतिम संस्कार के लिए एक शेड का निर्माण भी कराया जाएगा।