अपना दल ने रविवार को हलुआ बाजार स्थित एच. एल. वी.इण्टर कालेज में महान क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह जी जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया।अपना दल के कार्यकर्ताओं ने सर्वप्रथम भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर इंकलाब-जिन्दाबाद, साम्राज्यवाद-मुर्दाबाद, शहीद तेरे अरमानों को-मंजिल तक पंहुचायेंगे आदि क्रांतिकारी नारे लगाये।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अपना दल के प्रदेश सचिव एवं जिला पंचायत सदस्य गोंडा अभिमन्यु पटेल ने कहा कि भगत सिंह महान क्रांतिकारी के साथ ही महान विचारक भी थे ,भगत सिंह राजनीतिक आजादी के साथ ही सामाजिक एवं आर्थिक आजादी का भी सपना देखे थे ,साम्राज्यवादी व्यवस्था को समूल नष्ट कर मानववादी व्यवस्था स्थापित करना उनका ध्येय था। पर अफसोस है कि आजादी के 72 वर्ष बीत जाने के बाद भी उनका सपना अधूरा है।
प्रदेश कोषाध्यक्ष व सदस्य जिला पंचायत राम सिंह पटेल ने कहा की भगत सिंह खूनी क्रांति के बजाय वैचारिक क्रांति के पक्षधार थे। शासन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए उन्होंने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार असेंबली में ऐसे स्थान पर बम फेंका जहां कोई मौजूद नहीं था, अन्यथा किसी को चोट पहुंच सकती थी, वह चाहते तो बम फेंकने के बाद भाग सकते थे परंतु अपनी आवाज को शासन व जनता तक पहुंचाने के लिए इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते हुए अपने साथ लाए पर्चो को हवा में उछाल कर अपने साथियों के साथ गिरफ्तारी दे दी। इस कार्यक्रम का संचालन बिनोद कुमार यादव ने किया।
इस अवसर पर प्रकाश पटेल,राज कुमार वर्मा,बाल मुकुन्द यादव,सुभाष चंद्र चौधरी,दिलीप चौधरी,अशोक कुमार वर्मा,अवधेश कुमार यादव,मनीराम वर्मा,सुरेन्द्र चौधरी,भानू प्रताप पटेल,आत्मा प्रसाद, विनय कुमार प्रजापति,राजेंद्र वर्मा, राजू गुप्ता,अतुल पटेल ,श्याम सुंदर यादव ,राम नाथ पाल,अनुज कुमार चौरसिया, गप्पू चौरसिया,ब्रम्हाचारी मिश्र,रवीन्द्र पटेल, राम सरन वर्मा,पवन कुमार वर्मा,उदयभान,गंगा राम वर्मा,केशव प्रसाद,शिव कुमार,अकबाल, साधू चौधरी, जगराम गौड़,राहुल पटेल,राम अनुज,मंसाराम वर्मा आदि मौजूद रहे ।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अपना दल के प्रदेश सचिव एवं जिला पंचायत सदस्य गोंडा अभिमन्यु पटेल ने कहा कि भगत सिंह महान क्रांतिकारी के साथ ही महान विचारक भी थे ,भगत सिंह राजनीतिक आजादी के साथ ही सामाजिक एवं आर्थिक आजादी का भी सपना देखे थे ,साम्राज्यवादी व्यवस्था को समूल नष्ट कर मानववादी व्यवस्था स्थापित करना उनका ध्येय था। पर अफसोस है कि आजादी के 72 वर्ष बीत जाने के बाद भी उनका सपना अधूरा है।
प्रदेश कोषाध्यक्ष व सदस्य जिला पंचायत राम सिंह पटेल ने कहा की भगत सिंह खूनी क्रांति के बजाय वैचारिक क्रांति के पक्षधार थे। शासन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए उन्होंने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार असेंबली में ऐसे स्थान पर बम फेंका जहां कोई मौजूद नहीं था, अन्यथा किसी को चोट पहुंच सकती थी, वह चाहते तो बम फेंकने के बाद भाग सकते थे परंतु अपनी आवाज को शासन व जनता तक पहुंचाने के लिए इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते हुए अपने साथ लाए पर्चो को हवा में उछाल कर अपने साथियों के साथ गिरफ्तारी दे दी। इस कार्यक्रम का संचालन बिनोद कुमार यादव ने किया।
इस अवसर पर प्रकाश पटेल,राज कुमार वर्मा,बाल मुकुन्द यादव,सुभाष चंद्र चौधरी,दिलीप चौधरी,अशोक कुमार वर्मा,अवधेश कुमार यादव,मनीराम वर्मा,सुरेन्द्र चौधरी,भानू प्रताप पटेल,आत्मा प्रसाद, विनय कुमार प्रजापति,राजेंद्र वर्मा, राजू गुप्ता,अतुल पटेल ,श्याम सुंदर यादव ,राम नाथ पाल,अनुज कुमार चौरसिया, गप्पू चौरसिया,ब्रम्हाचारी मिश्र,रवीन्द्र पटेल, राम सरन वर्मा,पवन कुमार वर्मा,उदयभान,गंगा राम वर्मा,केशव प्रसाद,शिव कुमार,अकबाल, साधू चौधरी, जगराम गौड़,राहुल पटेल,राम अनुज,मंसाराम वर्मा आदि मौजूद रहे ।