विश्वपति वर्मा_
न खाएंगे न खाने देंगे कामकाजी सरकार होगी बशर्ते सब कुछ कागजों में ही होगा ये हाल देश के पंचायती राज विभाग और स्वच्छ भारत मिशन का है जंहा पर 60 फीसदी शौचालय का निर्माण भी पूरा नही हो पाया है उसके बाद भी पूरा का पूरा गांव खुले से शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है ।
जी हां ..सही सुन रहे हैं आप भारत सरकार की योजना स्वच्छ भारत मिशन का पूरे भारतवर्ष में जोर शोर से अभियान चलाया गया 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी के 150 वीं वर्षगांठ के अवसर पर पीएम मोदी द्वारा बताया गया कि पूरा देश खुले से शौच मुक्त हो गया है। जिसपर लगभग 1.96 लाख करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की गई है लेकिन स्थलीय पड़ताल में पता चला है कि अभी 40 फीसदी से अधिक घरों में शौचालयों का निर्माण ही नही हुआ है।
टीम तहकीकात समाचार tahkikat samachar ने बाराबंकी जिले के सूरतगंज ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मकईपुरवा का दौरा किया जंहा के निवासी दुर्गेश कुमार ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए हमने प्रधान से कई बार गुहार लगाया लेकिन हमारे घर मे शौचालय का निर्माण नही करवाया गया वंही इसी ग्राम पंचायत के निवासी शोभा राम और राजित राम ने बताया कि हमारे घर प्रधान द्वारा शौचालय बनवाया गया लेकिन उसके गढ्ढे इतने छोटे और घटिया निर्माण के थे कि बीते बरसात में ही वह ध्वस्त हो गया ।वंही गांव भ्रमण के दौरान हमे आशा देवी के नाम पर बना एक शौचालय मिला जो उपयोग से बाहर था।
हमारी टीम ने उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद के रेउसा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत थानगांव में जाकर कर्बलापुरवा में डोर टू डोर शौचालय की स्थिति की समीक्षा की तो पता चला कि 5 फीसदी लोग भी शौचालय का प्रयोग नही करते जबकि लगभग 50 फीसदी घरों में शौचालय बना हुआ है ,वंही गांव के जागेश्वर ने बताया कि शौचालय बनवाना चाहते हैं लेकिन उसका लाभ नही मिल पा रहा है।
जनपद के प्राथमिक विद्यालय में बना शौचालय
प्रदेश के बस्ती जनपद के अंतर्गत आने वाले गौर ब्लॉक के नरथरी ग्राम पंचायत में हमारी टीम ने दौरा किया तो पता चला कि ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित करने के लिए ठीके-पट्टे पर शौचालय का निर्माण करवा दिया गया जिसका परिणाम है कि शौचालय ध्वस्त हो रहे हैं वंही ग्राम पंचायत में 20 फीसदी से अधिक लोग शौचालय से वंचित हैं। गांव के अनवर अली ,राम कुमार के साथ दर्जन भर लोगों ने बताया कि योजना का लाभ नही मिल पाने के कारण शौचालय से वंचित हैं।
धरातल पर पंहुचने के बाद स्पष्ट हो गया कि देश के 100 फीसदी घरों में शौचालय का निर्माण नही हुआ है जबकि विभाग और सरकार का कहना है कि पूरा देश खुले से शौच मुक्त हो गया है इसका मतलब यह है कि सब कुछ कागजों के आंकड़ों पर ही काम किया जा रहा है।
फिलहाल शौचालय निर्माण में हुई धांधली को लेकर की गई शिकायत पर उत्तर प्रदेश सरकार ने गंभीरता दिखाई है ,शौचालय निर्माण के नाम पर हुए घपलेबाजी को लेकर निदेशक पंचायती राज ने जांच के आदेश दिए हैं लेकिन अब देखना यह होगा कि इससे दोषियों के ऊपर क्या कार्यवाही होती है और क्या बदलाव आता है।
न खाएंगे न खाने देंगे कामकाजी सरकार होगी बशर्ते सब कुछ कागजों में ही होगा ये हाल देश के पंचायती राज विभाग और स्वच्छ भारत मिशन का है जंहा पर 60 फीसदी शौचालय का निर्माण भी पूरा नही हो पाया है उसके बाद भी पूरा का पूरा गांव खुले से शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है ।
जी हां ..सही सुन रहे हैं आप भारत सरकार की योजना स्वच्छ भारत मिशन का पूरे भारतवर्ष में जोर शोर से अभियान चलाया गया 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी के 150 वीं वर्षगांठ के अवसर पर पीएम मोदी द्वारा बताया गया कि पूरा देश खुले से शौच मुक्त हो गया है। जिसपर लगभग 1.96 लाख करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की गई है लेकिन स्थलीय पड़ताल में पता चला है कि अभी 40 फीसदी से अधिक घरों में शौचालयों का निर्माण ही नही हुआ है।
टीम तहकीकात समाचार tahkikat samachar ने बाराबंकी जिले के सूरतगंज ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मकईपुरवा का दौरा किया जंहा के निवासी दुर्गेश कुमार ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए हमने प्रधान से कई बार गुहार लगाया लेकिन हमारे घर मे शौचालय का निर्माण नही करवाया गया वंही इसी ग्राम पंचायत के निवासी शोभा राम और राजित राम ने बताया कि हमारे घर प्रधान द्वारा शौचालय बनवाया गया लेकिन उसके गढ्ढे इतने छोटे और घटिया निर्माण के थे कि बीते बरसात में ही वह ध्वस्त हो गया ।वंही गांव भ्रमण के दौरान हमे आशा देवी के नाम पर बना एक शौचालय मिला जो उपयोग से बाहर था।
हमारी टीम ने उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद के रेउसा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत थानगांव में जाकर कर्बलापुरवा में डोर टू डोर शौचालय की स्थिति की समीक्षा की तो पता चला कि 5 फीसदी लोग भी शौचालय का प्रयोग नही करते जबकि लगभग 50 फीसदी घरों में शौचालय बना हुआ है ,वंही गांव के जागेश्वर ने बताया कि शौचालय बनवाना चाहते हैं लेकिन उसका लाभ नही मिल पा रहा है।
जनपद के प्राथमिक विद्यालय में बना शौचालय
प्रदेश के बस्ती जनपद के अंतर्गत आने वाले गौर ब्लॉक के नरथरी ग्राम पंचायत में हमारी टीम ने दौरा किया तो पता चला कि ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित करने के लिए ठीके-पट्टे पर शौचालय का निर्माण करवा दिया गया जिसका परिणाम है कि शौचालय ध्वस्त हो रहे हैं वंही ग्राम पंचायत में 20 फीसदी से अधिक लोग शौचालय से वंचित हैं। गांव के अनवर अली ,राम कुमार के साथ दर्जन भर लोगों ने बताया कि योजना का लाभ नही मिल पाने के कारण शौचालय से वंचित हैं।
धरातल पर पंहुचने के बाद स्पष्ट हो गया कि देश के 100 फीसदी घरों में शौचालय का निर्माण नही हुआ है जबकि विभाग और सरकार का कहना है कि पूरा देश खुले से शौच मुक्त हो गया है इसका मतलब यह है कि सब कुछ कागजों के आंकड़ों पर ही काम किया जा रहा है।
फिलहाल शौचालय निर्माण में हुई धांधली को लेकर की गई शिकायत पर उत्तर प्रदेश सरकार ने गंभीरता दिखाई है ,शौचालय निर्माण के नाम पर हुए घपलेबाजी को लेकर निदेशक पंचायती राज ने जांच के आदेश दिए हैं लेकिन अब देखना यह होगा कि इससे दोषियों के ऊपर क्या कार्यवाही होती है और क्या बदलाव आता है।