अपना दल ने बृहस्पतिवार को बभनान कस्बे में स्थित लार्ड बुद्धा इण्टर कालेज में भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री भारत रत्न लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती समारोह का आयोजन किया।अपना दल के कार्यकर्ताओं ने सर्वप्रथम लौह पुरूष के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया।
जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य बौद्ध अरविंद सिंह पटेल ने सरदार पटेल को कुशल प्रशासक बताते हुए कहा कि अखण्ड भारत निर्माण में सरदार बल्लभ भाई पटेल का अहम योगदान था। जिस समय अंग्रेज देश छोड़ कर जा रहे थे,उस समय देश में फूट डालने की नियत से 562 देशी रियासतों को छूट दे दी कि वह अपनी मर्जी से भारत या पाकिस्तान में विलय कर लें। इन कठिन परिस्थितियों में पटेल ने अपने दृढ़ संकल्प से सभी रियासतों को भारत में विलय करने को विवश कर दिया। इसी लिए वे अखण्ड भारत वर्ष में निर्माण कर्ता के रूप में आज भी जाने जाते हैं।
प्रदेश सचिव झिनकान चौधरी ने कहा अखंड भारत का निर्माण करने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के राजनैतिक एवं सामाजिक जीवन की शुरुआत खेड़ा व बारडोली जैसे बड़े किसान आंदोलन से हुई थी। उन्होंने कहा कि बारडोली के किसान आंदोलन ने ब्रिटिश हुकूमत की चूलें हिला दी थीं। किसानों के सवालों पर अंग्रेजों को आंदोलन के बल पर पीछे हटाया गया था। किसान आंदोलन से उपजे इस महापुरुष का जीवन एवं विचार आज के दौर में और भी प्रासंगिक हो गया है। इसलिए अपना दल के कार्यकर्ता सरदार पटेल के विचारों पर चलते हुए अपने राजनैतिक अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजमणि पटेल व संचालन अरबिंद कुमार सोनकर ने किया।
इस अवसर पर राम सिंह पटेल,राम नयन पटेल,विवेक चौधरी, संजय चौधरी,पवन कुमार वर्मा,सुभाष चंद्र चौधरी,इन्द्र जीत भारती,रबीन्द्र पटेल,भानु प्रताप पटेल,योगेंद्र पटेल, जितेंद्र चौधरी,राजेंद्र चौधरी,भानू प्रताप पटेल,अब्बास अली,संत राम पटेल,श्याम सुन्दर बौद्ध,इसहाक अली,अतुल पटेल,देव चौधरी,विन्देश्वरी वर्मा आदि मौजूद रहे ।