महाराष्ट्र चुनाव के बाद सरकार बनाने को लेकर चल रही खींचातानी के बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पंहुच गया है ,जंहा पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि बुधवार शाम 5 बजे के पहले पारदर्शी तरीके से फ्लोर टेस्ट का कार्य पूरा कर लिया जाए ।
आइये जानते हैं क्या होता है फ्लोर टेस्ट
फ्लोर टेस्ट के जरिए यह फैसला लिया जाता है कि वर्तमान सरकार या मुख्यमंत्री के पास पर्याप्त बहुमत है या नहीं. चुने हुए विधायक अपने मत के जरिए सरकार के भविष्य का फैसला करते हैं.
फ्लोर टेस्ट सदन में चलने वाली एक पारदर्शी प्रक्रिया है और इसमें राज्यपाल का किसी भी तरह से कोई हस्तक्षेप नहीं होता. सत्ता पर काबिज पार्टी के लिए यह बेहद जरुरी होता है कि वह फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करे.