दुबई में तेरह वर्षीय एक भारतीय लड़की को एक संगीत समारोह में सर्वाधिक भाषाओं में और सबसे लंबे समय तक गाने के लिए ‘100 ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड' प्रदान किया गया. खलीज टाइम की खबर के अनुसार दुबई के इंडियन हाईस्कूल की छात्रा सुचेता सतीश 120 भाषाओं में गा सकती है.
सुचेता ने खलीज टाइम से कहा, ‘‘मुझे मेरे दो कीर्तिमानों के लिए पुरस्कार दिया गया. एक में मैंने एक कंसर्ट में सर्वाधिक भाषाओं में गाने का कीर्तिमान बनाया और दूसरा कीर्तिमान सबसे लंबे समय तक सीधे प्रसारण में गाने का था. मैंने ये कीर्तिमान बारह साल की उम्र में दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सभागार में बनाए थे जब मैंने 102 भाषाओं में छह घंटे से अधिक समय तक गाया था.''
इस लड़की ने हाल में मलयालम सुपरस्टार मम्मूटी और अभिनेता उन्नी मुकुंदन की उपस्थिति में अपना दूसरा एल्बम ‘या हबीबी' जारी किया था. गायन के साथ पढ़ाई जारी रखने के बारे पूछे गए सवाल पर सुचेता ने कहा, ‘‘मैंने प्रतिदिन रियाज करने का नियम बनाया है और भगवान की कृपा से बिना पढ़ाई को प्रभावित किए मैं ऐसा कर पाती हूं.''
मीडिया खबर के अनुसार ‘100 ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड' डॉ अबुल कलाम इंटरनेशनल फॉउंडेशन और ए आर रहमान द्वारा सहायता प्राप्त है. यह पुरस्कार कई श्रेणियों में प्रतिभावान बच्चों को दिया जाता है.
सुचेता ने खलीज टाइम से कहा, ‘‘मुझे मेरे दो कीर्तिमानों के लिए पुरस्कार दिया गया. एक में मैंने एक कंसर्ट में सर्वाधिक भाषाओं में गाने का कीर्तिमान बनाया और दूसरा कीर्तिमान सबसे लंबे समय तक सीधे प्रसारण में गाने का था. मैंने ये कीर्तिमान बारह साल की उम्र में दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सभागार में बनाए थे जब मैंने 102 भाषाओं में छह घंटे से अधिक समय तक गाया था.''
इस लड़की ने हाल में मलयालम सुपरस्टार मम्मूटी और अभिनेता उन्नी मुकुंदन की उपस्थिति में अपना दूसरा एल्बम ‘या हबीबी' जारी किया था. गायन के साथ पढ़ाई जारी रखने के बारे पूछे गए सवाल पर सुचेता ने कहा, ‘‘मैंने प्रतिदिन रियाज करने का नियम बनाया है और भगवान की कृपा से बिना पढ़ाई को प्रभावित किए मैं ऐसा कर पाती हूं.''
मीडिया खबर के अनुसार ‘100 ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड' डॉ अबुल कलाम इंटरनेशनल फॉउंडेशन और ए आर रहमान द्वारा सहायता प्राप्त है. यह पुरस्कार कई श्रेणियों में प्रतिभावान बच्चों को दिया जाता है.