मल्टीमीडिया डेस्क
ज्यादातर लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि आखिर फरवरी का महीना 28 या 29 दिन का ही क्यों होता है।तो आइये इसके बारे में आपको सही जानकारी देते हैं। हम जो कैलेंडर यूज करते हैं वो रोमन कैलेंडर पर आधारित है। पुराने रोमन कैलेंडर में एक साल में सिर्फ 10 महीने हुआ करते थे जिसमें 304 दिन शामिल थे। लेकिन बाद में इसमें दो और महीने जोड़ दिए गए जिनका नाम जनवरी और फरवरी रखा गया। ऐसा करने से पूरा साल 12 महीने का हो गया.इसके पीछे रोमन किंग न्यूमा पोम्पीलियस का हाथ है।
लेकिन इस कैलेंडर पर भी काफी विवाद हुआ क्योंकि इस कैलेंडर के अनुसार त्योहार सही समय पर नहीं आ पा रहे थे। इसके बाद इसमें काफी बदलाव किए गए। इस बदलाव में फरवरी महीने से 2 दिन कम कर दिए गए जिसके कारण साल में 365 दिन तय हो गए। यह कैलेंडर पृथ्वी और सूर्य की परिक्रमा के अनुसार बनाया गया था क्योंकि पृथ्वी को सूर्य का चक्कर लगाने में 365 दिन और 6 घंटे का समय लगता है। ऐसे में हर साल 6 घंटे एक्स्ट्रा बच जाते हैं जो 4 साल बाद 24 घंटे यानि एक दिन में बदल जाते हैं। इसी वजह से फरवरी के महीने में 28 या 29 दिन होते हैं।
फरवरी का महीने 3 साल तक 28 दिन का होता है और चौथे साल में 29 का हो पाता है जिसे हम लीप वर्ष भी कहते हैं।