विश्वपति वर्मा-
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए पूरा देश पूरी तरह से अपनी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहा है ,इंसान द्वारा बनाई गई संवैधानिक व्यवस्था के तहत देश के प्रधानमंत्री द्वारा किये गए अपील का पालन भी 90 फीसदी लोगों ने किया ,हर व्यक्ति इस महामारी से निपटने के लिए तैयार है ।लोग घण्टी,घण्टा ,ताली-थाली पीटने में भी उत्सुकता दिखा रहे हैं ,लेकिन देश की सत्ताधारी पार्टी केवल आम जनमानस के बदौलत ही इस महामारी से निपटना चाहती है क्योंकि वर्तमान समय मे सरकार की अपनी व्यवस्था पूरी तरह से शून्य है जिसपर सरकार को ध्यान देते हुए तत्काल प्रभाव से देश भर के होटलों ,प्राइवेट और सरकारी स्कूलों, प्राइवेट अस्पतालों और अन्य बड़े कालेजों और अनुसंधान केंद्रों को एक निश्चित समय के लिए राष्ट्रीयकरण कर वहां आम जीवन के सम्पूर्ण सुबिधाओं को उपलब्ध करवाना चाहिए ,क्योंकि जरा सी चूक से भारत दुनिया के नक्शे से 100 साल पीछे हो सकता है।
कोरोना वायरस की चपेट में आने से इटली में मौत के मुह में समाए लोगों की एक तस्वीर
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए पूरा देश पूरी तरह से अपनी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहा है ,इंसान द्वारा बनाई गई संवैधानिक व्यवस्था के तहत देश के प्रधानमंत्री द्वारा किये गए अपील का पालन भी 90 फीसदी लोगों ने किया ,हर व्यक्ति इस महामारी से निपटने के लिए तैयार है ।लोग घण्टी,घण्टा ,ताली-थाली पीटने में भी उत्सुकता दिखा रहे हैं ,लेकिन देश की सत्ताधारी पार्टी केवल आम जनमानस के बदौलत ही इस महामारी से निपटना चाहती है क्योंकि वर्तमान समय मे सरकार की अपनी व्यवस्था पूरी तरह से शून्य है जिसपर सरकार को ध्यान देते हुए तत्काल प्रभाव से देश भर के होटलों ,प्राइवेट और सरकारी स्कूलों, प्राइवेट अस्पतालों और अन्य बड़े कालेजों और अनुसंधान केंद्रों को एक निश्चित समय के लिए राष्ट्रीयकरण कर वहां आम जीवन के सम्पूर्ण सुबिधाओं को उपलब्ध करवाना चाहिए ,क्योंकि जरा सी चूक से भारत दुनिया के नक्शे से 100 साल पीछे हो सकता है।
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