देश के विभिन्न इलाकों खासतौर से उत्तर भारत में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों के होली के त्यौहार के रंग को फीका कर दिया है। जनवरी माह के पहले पखवाड़े में हुए बेमौसम बरसात ,ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों,चना और सब्जियों की खेती को काफी नुकसान पहुंचा है।
इस प्राकृतिक आपदा के कारण कड़ी मेहनत कर तैयार किये गए फसलों को बर्बाद होते देख किसान खून के आंसू रो रहा है और अब मदद के लिए एकटक सरकार की ओर देख रहा है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत आने वाले भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के निदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बेमौसम बरसात और तेज हवा चलने से गेहूं की फसल गिरी हुई फसल के पैदावार पर काफी असर पड़ेगा ।
इस प्राकृतिक आपदा के कारण कड़ी मेहनत कर तैयार किये गए फसलों को बर्बाद होते देख किसान खून के आंसू रो रहा है और अब मदद के लिए एकटक सरकार की ओर देख रहा है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत आने वाले भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के निदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बेमौसम बरसात और तेज हवा चलने से गेहूं की फसल गिरी हुई फसल के पैदावार पर काफी असर पड़ेगा ।