बस्तीः गौशाला की खबर छापने पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अश्वनी तिवारी द्वारा दो पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज कराये जाने से नाराज पत्रकारों ने लोहिया मार्किट में बैठक कर रणनीति तैयार किया। बैठक की अध्यक्षता प्रेस क्लब के पूर्व महामंत्री महेन्द्र तिवारी ने किया। संचालन कर रहे पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने पूरे प्रकरण की जानकारी दी और पीड़ित पत्रकारों से उनका पक्ष जाना।
सभी पत्रकारों ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के इस कृत्य की निंदा करते हुये कहा कि गौशालाओं का सम्पूर्ण सच सामने लाकर उन्हे बेनकाब किया जायेगा। इसके लिये पूरे जिले में स्थित गौशालाओं की पड़ताल के लिये टीम लगा दी गयी है। वेब मीडिया एसोसिएशन के संयोजक अशोक श्रीवास्तव ने कहा खबर से तिलमिलाये अधिकारी ने मुकदता दर्ज कराने को जो तरीका अपनाया है पूरी तरह से दुर्भावना से ग्रस्त है। जबकि पूरे साक्ष्य के साथ मौके पर जाकर यथास्थिति को ही खबर में दर्शाया गया है।
श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष दिनेश प्रसाद मिश्र ने कहा कि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने वार्ता के दौरान बताया है कि एफआईआर की कार्यवाही जिलाधिकारी के आदेश पर हुई है। उन्होने कहा सच को दबाने की मंशा सफल नही होगी। बैठक में विश्वपति वर्मा (सौरभ)राजकुमार पाण्डेय, पंकज सोनी, तबरेज आलम, एसपी श्रीवास्तव, हेमन्त पाण्डेय, आमोद उपाध्याय, राजेश पाण्डेय दिनेश पाण्डेय, जितेन्द्र कौशल, विपुल मिश्रा, बृजवासीलाल शुक्ला, मनोज पंकज सिंह, अतुल श्रीवास्तव, राकेश तिवारी आदि ने अपने विचार रखे।
सर्वसम्मति से तय हुआ चूंकि जिलाधिकारी ने मामले को सज्ञान लेते हुये देखने की बात सूचना के व्हाट्सएप ग्रुप में कही थी। इसलिये सोमवार तक पीड़ित पत्रकारों को राहत दिलाने की दिशा में प्रशासनिक स्तर पर निर्णय लेने के लिये सोमवार तक का समय दिया गया है। इसके बाद भी संतोषजक परिणाम नही रहा तो मंगलवार से पत्रकार पर दर्ज मुकदमे का चरणबद्ध विरोध होगा। सभी पत्रकारों ने अपने अपने माध्यमों में खबर प्रकाशित कर मुख्यमंत्री और डीजीपी को ट्वीट करने की बात कही जिससे गोवंशों के प्रति बरती जा रही बेरहमी सरकार तक पहुंचाई जा सके।