बाराबंकी. समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे दिवंगत बेनी प्रसाद वर्मा के बड़े बेटे की मंगलवार को दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. बेनी बाबू के बेटे दिनेश वर्मा का इलाज एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में चल रहा था. दिनेश वर्मा की मौत से परिवार व जिले के सपाइयों में मातम पसरा हुआ है.
किडनी की बीमारी से भी ग्रसित थे दिनेश वर्मा
बताया जा रहा है कि दिनेश वर्मा किडनी की बीमारी से भी ग्रसित थे. पिछले दिनों कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें लखनऊ के केजीएमयू में एडमिट कराया गया था. जहां से ठीक होकर वे डिस्चार्ज भी हो गए थे. इसके बाद वे जब किडनी की रेगुलर जांच के लिए दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल पहुंचे तो उनका फिर से चेकअप किया गया. जिसमें वे एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
जानकारी के मुताबिक बेनी प्रसाद वर्मा के पुत्र दिनेश वर्मा भंडारण निगम में बाबू के पद पर कार्यरत थे और किडनी और लिवर की समस्या के चलते लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था. 2007 में उनका किडनी ट्रांसप्लांट भी हुआ था. उनकी माता ने उन्हें किडनी डोनेट की थी. समय-समय पर उसी के इलाज के लिए वह दिल्ली जाते थे. इधर कोरोना काल में लखनऊ में पहली बार दिनेश वर्मा की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई. जिसके बाद वह मेडिकल कालेज में भर्ती हुए, जहां इलाज के बाद उनकी रिपोर्ट निगेटिव हो गई. फिर वह इलाज के लिए दिल्ली एस्कार्ट हॉस्पिटल में किडनी लिवर के चल रहे इलाज के लिए भर्ती हुए. लेकिन वहां उनकी कोरोना की सैंपल रिपोर्ट दोबारा पॉजिटिव आ गई और मंगलवार दोपहर उनकी मौत हो गई.
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान 27 मार्च को ही बेनी प्रसाद वर्मा की भी मौत लंबी बीमारी के बाद हो गई थी. बेनी प्रसाद वर्मा समाजवादी पार्टी के संस्थापक और देश के दिग्गज नेताओं में शुमार किये जाते थे. बेनी प्रसाद वर्मा समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद थे. बेनी प्रसाद वर्मा उत्तर प्रदेश के कुर्मी समाज के सर्वमान्य नेता माने जाते थे. यूपीए 2 सरकार में बेनी प्रसाद वर्मा केन्द्रीय इस्पात मंत्री थे. वे सपा संस्थापक मुलायम सिंह के बेहद करीबी माने जाते थे.