विश्वपति वर्मा(सौरभ)
निरंकुश सरकार और बेशर्म प्रशासन के खिलाफ प्रतापगढ़ के गोविंदपुर की पीड़ित महिलाएं न्याय मिलने की मांग को लेकर धरने पर बैठीं हैं लेकिन सूबे के मुखिया ने अभी तक इस मामले पर चिंता जाहिर नही की न ही दोषियों के ऊपर कार्यवाई का कोई आदेश दिया।
पहला मुकदमा तो ढपोर मुख्यमंत्री के ऊपर दर्ज होना चाहिए जिसके गलत नीतियों के चलते प्रदेश के किसानों का खेत खलिहान बर्बाद हो रहा है वहीं सामंतवादी विचारधारा के लोग भी आम आदमी, गरीब किसान के फसल को अपने पशुओं को छोड़कर खिला ले रहे हैं उसकी शिकायत करने के बाद घर की महिलाओं के साथ अभद्रता करते हैं ,घर मे आग लगा देते हैं ,घर के मुखिया की बर्बरतापूर्ण तरीके से हत्या कर देते हैं यह सब भी तब होता है जब पुलिस बल मौके पर मौजूद रहती है।
बाबा से मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ के पास यदि राज्य के गरीब जनता की समस्या को सुनने और समझने का समय न हो ,बर्चस्ववादी लोगों का भय हो ,जातीय भेदभाव का कोई चित्रण मन मे हो रहा हो तो उन्हें तत्काल प्रभाव से देश के सबसे बड़े राज्य की कुर्सी को छोड़ देना चाहिए।