चंडीगढ़ (ब्यूरो) 30 जुलाई 2020
बरोदा उपचुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। जहाँ तमाम सियासी दल अपने- अपने मुद्दे इस चुनाव में जनता के बीच ले कर आ रहे हैं, वहीं कॉग्रेस पार्टी किन मुख्य मुद्दों पर यह चुनाव लड़ेगी इस के बारे में कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा से हुई एक खास बातचीत में उन्हों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा ही जनता की भलाई के लिये काम करती आई है। इस उपचुनाव में वर्तमान बीजेपी व जेजेपी गठबंधन सरकार में जितने घोटाले हुए हैं, उन सभी को जनता के बीच लाया जाएगा। साथ ही बेरोजगारी, भ्रस्टाचार, आम आदमी का शोषण, महिला उत्पीड़न जैसे मुद्दों को बरोदा उपचुनाव में जोर - शोर से उठाया जाएगा।
राजस्थान में सियासी संकट पर शैलजा ने कहा कि राजस्थान में सरकार पर जो राजनीतिक संकट है उस के पीछे छुपा हुआ षडयंत्र बीजेपी का ही है। जो बहुत जल्द सामने आ जायेगा।
सोनीपत की महिला पत्रकार पर पुलिस व अपराधियों की मिलीभगत के चलते जो उत्पीड़न हो रहा है, उस पर शैलजा ने कहा कि मुझे मीडिया के माध्यम से महिला पत्रकार के उत्पीड़न के बारे में पता चला है और मैं इस विषय पर सरकार की घोर निंदा करती हूँ कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में पिछले एक साल से महिला पत्रकार का स्थानीय पुलिस व अपराधियो की मिलीभगत के चलते उत्पीड़न हो रहा है। कांग्रेस पार्टी महिलाओं और पत्रकरो पर हो रहे इस अत्याचार व महिला उत्पीड़न की घोर निंदा करती है और बरोदा उपचुनाव में यह मुद्दा उठाएगी।
गौरतलब है कि सोनीपत की महिला पत्रकार इन्दु बंसल के साथ आपराधिक प्रवृत्ति के एक गैंग ने धोखाधड़ी कर के लाखों रुपए का गबन कर लिया था पैसे वापिस मांगने पर महिला पत्रकार व उस के परिवार को जान से मारने की धमकियां दी गई । और महिला पत्रकार पर ही स्थानीय पुलिस से मिलीभगत कर झूठा मुकदमा दर्ज करवा कर पड़ताडित किया गया।
पिछले दिनों महिला पत्रकार को न्याय दिलवाने को ले कर स्थानीय कांग्रेसी विधायक सुरेन्द्र पंवार ने सड़को पर उतरने तक कि बात कही थी।
महिला पत्रकार अनेकों बार हरियाणा पुलिस के आला अधिकारियों से लेकर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज तक न्याय की गुहार लगा चुकी है। पर आज तक न्याय नही मिला, एक ओर अपराधी खुल्ला घूम रहे हैं, दूसरी ओर महिला पत्रकार व उस का परिवार डर के साये में जीने को मजबूर है।
अगर ऐसा ही चलता रहा तो बरोदा (सोनीपत) के इस उपचुनाव में जनता बीजेपी के नेताओं से महिला पत्रकार के उत्पीड़न का जवाब मांगेगी ओर कहीं ऐसा न हो की यह जवाब बीजेपी को भारी पड़ जाए और महिलाओं को बराबर की भागीदारी सुनिश्चित करने का उसका नारा ढकोसला साबित हो।