बस्ती-जिला प्रशासन ही बताये कि ₹632 करोड़ के बजट में से बस्ती का हिस्सा खर्च हुआ या बंदरबांट - तहक़ीकात समाचार

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सोमवार, 10 अगस्त 2020

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बस्ती-जिला प्रशासन ही बताये कि ₹632 करोड़ के बजट में से बस्ती का हिस्सा खर्च हुआ या बंदरबांट

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विश्वपति वर्मा-

बस्ती- हिंदुत्ववादी गौरक्षक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गौशाला योजना प्रदेश भर में बंद होने के कगार पर है सूबे के अधिकांश गौशालाओं में न दाना पानी की व्यवस्था है और न ही उनके रहने के लिए समुचित उपाय यहां तक कि प्रशासन के पास भी इनको जिंदा रखने के लिए बजट नही रह गया जिसके चलते  गौशालाओं से  जानवरों को खदेड़ दिया जा रहा है और उसका परिणाम है कि  प्रदेश भर के किसान दिन दोगुना रात चौगुना बर्बाद हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद में कुल 93 गौशाला का निर्माण हुआ है एक दौर था जब गांव गांव से जानवर पकड़े जा रहे थे और इन गौशालाओं में ले जाकर रखे जा रहे थे लेकिन यह भी दौर आ गया कि गौशाला के जिम्मेदार जनों द्वारा खुद ही जानवरों को खदेड़ दिया जा रहा है इससे एक तरफ गाय और सांड के आतंक से किसान बर्बाद हो रहे हैं तो दूसरी तरफ अब लोगों के घर और सरकारी कार्यालय भी सुरक्षित नही है जहां तोड़-फोड़ और मल मूत्र कर ये जानवर खूबसूरत जगह को बदसूरत बना रहे हैं।

जनपद के सल्टौआ विकास खंड के प्रांगण में बैठे पगुरा रहे इन जानवरों को देखने के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि अब योगी सरकार की गौशाला योजना पूरी तरह से ध्वस्त हो गया ,अब न गौशाला में चारा पानी के लिए पैसा रह गया और न ही देख-रेख की व्यवस्था ,अब प्रशासन ही बताये कि ऐसा क्या हो गया कि प्रदेश में गौशाला के लिए 632 करोड़ रुपये का बजट बनाये जाने के बाद भी बस्ती के हिस्से में आया धन खर्च हुआ या बंदरबांट में चला गया।

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