विश्वपति वर्मा(सौरभ)
स्वच्छ भारत मिशन के तहत जहां गांव के लोगों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए व्यापक पैमाने पर अभियान चलाया गया वहीं इस योजना से जुड़ने और इसका लाभ लेने के लिए सरकारी संस्थाओं में मॉडल शौचालय बना कर योजना से जुड़ने के लिए अपील किया गया।
लेकिन जिम्मेदार जनों की उदासीनता और लापरवाही के चलते यह योजना गांवों में ही नही मात्र दिखावा बनकर रह गया ।
एक तस्वीर जनपद के रामनगर ब्लॉक के प्रांगण में बने मॉडल शौचालय की है जो निर्माण के बाद से ही दम तोड़ चुकी है।