अमेठी के बंदुहिया गांव की प्रधान छोटका के पति अर्जुन गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे गांव के चौराहे पर चाय पीने गए थे. वहां से वो गायब हो गए. प्रधान छोटका का आरोप है कि गांव के कृष्ण कुमार तिवारी और उनके चार साथी उन्हें चौराहे से उठा ले गए और अपने घर के हाते में जिंदा जला दिया. उनका आरोप है कि कृष्ण कुमार उन्हें धन उगाही के लिए धमकी देते थे. उनका कहना था कि प्रधान के पास काफी सरकारी पैसा होता है. उन्हें उसमें से "कट" दिया जाए. उनका कहना है कि उनके पास ऐसा कोई पैसा नहीं है, जिसमें उन्हें हिस्सा दिया जाता. इसलिए रंजिश में उन्होंने उन्हें जल दिया.
अमेठी के एसपी दिनेश सिंह ने मीडिया से बताया कि,"पुलिस को कल रात करीब 12 बजे सूचना मिली कि प्रधानपति अर्जुन जली हालत में कृष्णा कुमार के अहाते में पड़े हैं. उन्हें फौरन लोकल पीएचसी में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया. वहां से उन्हें सुल्तानपुर ज़िला अस्पताल में रेफर किया गया. आज सुबह जब उन्हें वहां से बेहतर इलाज के लिए लखनऊ ले जाया जा तो रास्ते में उनकी मृत्यु हो गई।