पुलिस की बर्बरता जिस तरह से आम आदमी पर होता है ठीक वैसा ही करने के लिए समाज के अग्रणी व्यक्ति को निशाना न बनाया जाए यह कत्तई ठीक नही है यह बात वेब मीडिया एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष विश्वपति वर्मा (सौरभ ) ने कहा।
हमारे पत्रकार साथी नैतिकता और प्रमाणिकता के प्रमाणों के साथ खबरों को अंतिम रूप देते हैं लेकिन खबरों की वजह से तिलमिलाई पुलिस ने मीडिया दस्तक के संपादक श्री अशोक श्रीवास्तव के खिलाफ गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज किया है और यह बिल्कुल ठीक नही है जबकि सच तो यह है कि तहरीर देने वाले व्यक्ति को अशोक जी दूर -दूर तक नही जानते हैं।
हमारी पड़ताल में पता चला है कि पुलिस के इशारे पर उस व्यक्ति ने अशोक जी के खिलाफ थाने में शिकायत की है जबकि आरोप पूर्ण रूप से बेबुनियाद है ,हम बस्ती पुलिस से बताना चाहते हैं कि बदले की भावना से ऐसा काम न करें जिससे विभाग के लोगों में नकरात्मक छवि दिखाई पड़े।
वेब मीडिया एसोसिएशन में एक जिम्मेदार पद पर होने के नाते हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि किसी पत्रकार पर बेबुनियाद आरोप मढ़कर उन्हें हताश परेशान न किया जाए अन्यथा की स्थिति में हाथ पर हाथ धरे बैठे नही रहेंगे हम शोषण करने वाले लोगों से जमकर मुकाबला करेंगे ,इतना ही नही अगर बस्ती पुलिस पत्रकार साथी के ऊपर लगाए गए मुकदमे में क्लीन चिट नही दिया तो पुलिस के खिलाफ रणनीति के तहत अगली कार्यवाही हमारा संगठन करेगा।
बता दें कि जनपद के परसुराम थाने की एक पीड़िता के बयान के बाद मीडिया दस्तक ने खबर प्रकाशित की थी जिसके बाद पुलिस ने दूसरे व्यक्ति की मदद से मीडिया दस्तक के संपादक अशोक श्रीवास्तव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 389 मेंं मुकदमा दर्ज किया है।