सौरभ वीपी वर्मा
कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए बनाई गई धारा 107/16 पुलिस वालों के लिए उपयोगी साबित होती होगी जबकि आम लोगों के लिए यह धारा मुसीबत भरी है।
पंचायत चुनाव नजदीक आने की आहट से पुलिस लक्ष्य पूरा करने के लिए धड़ल्ले से इसका गलत इस्तेमाल कर रही जबकि अभी आचार संहिता लागू होना बाकी है उसके पहले से अब तक सैकड़ों लोगों को पुलिस ने शांति भंग की आशंका की इस धारा में पाबंद किया है। ऐसे में लोग जमानत के लिए उपजिलाधिकारी न्यायालय का चक्कर लगा रहे हैं।
सोनहा थाना क्षेत्र के औडजंगल निवासी सुधाकर चौधरी ने बताया कि ग्राम पंचायत में आधा दर्जन ऐसे लोगों को इस धारा में पाबंद किया गया है जो दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में रहते हैं ,उनका गांव में किसी प्रकार के झगड़ा लड़ाई आदि से कोई मतलब नही रहा है लेकिन पुलिस ने उन्हें भी पाबंद कर दिया।
इसी प्रकार से चुनाव नजदीक आने पर हर थाने से इस प्रकार की समस्या सामने आती है कि साफ सुथरे और सज्जन व्यक्तियों को भी शांति भंग में पाबंद कर दिया जाता है।