सोमनाथ सोनकर
बस्ती- यह कोई तालाब पोखरा अथवा गड्ढा नहीं बल्कि, बोदवल बाजार से महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज रामपुर बस्ती को जाने वाला मार्ग है जहां प्रतिदिन हजारों गाड़ियों से लोग यात्रा करते हैं और इस गड्ढायुक्त सड़कों के चलते इस मार्ग पर आने जाने वाली गाड़ियों के आए दिन एक्सेल साकर और कमानी टूटते रहते है।
हालात ये है कि गूमानारी गांव से प्रसव के लिए अस्पताल जा रही गर्भवती महिला का बच्चा इसी जगह एंबुलेंस के जंपिंग में हो गया। मेढा मझारी के राम गोपाल चौधरी, राम निर्भय चौधरी, मनिकौरा खुर्द के अबरार अहमद ,जब्बार अहमद , राधा ,गुड़िया मझौआ के धर्मात्मा शुक्ला, असगर अली बांसगांव के लवकुश, हरि ओम, दुर्गा प्रसाद पांडे, सरवन कुमार पांडे , दिवाकर पाल परसा कुँह कुँह के मकरध्वज दूबे, अशोक कुमार दुबे, पवन कुमार दुबे, दिलीप कुमार, ध्रुव चंद्र द्विवेदी, संजय द्विवेदी, रूपेश कुमार सिरौती शत्रुघ्न मिश्रा, सत्यराम मिश्रा पिपरा के अवधेश चौधरी, गिरजेश चौधरी भिटहा के परमात्मा चौधरी हुसेमऊ के परमात्मा मौर्या, राम कुमार चौधरी बरडाड़ के मंगरु, राम स्वारथ बोदवल बाजार के अजय कसौधन , सन्तोष गुप्ता छपिया पाण्डेय शशिधर, सर्वेश्वर पाण्डेय, दिलीप कुमार पांडे ,रामकिशन पांडे आदि लोगों ने बताया की दो दर्जन गांव से संबंधित यह सड़क एक दशक से उपेक्षा की शिकार है। मरम्मत के नाम पर इस सड़क पर अभी तक मिट्टी भी नही पट पाई है।
पकड़ी चन्दा के अरुण कुमार दुबे, श्याम जी प्रजापति शील सागर दूबे, शत्रुघ्न प्रसाद दुबे आदि व्यक्तियों ने इस सड़क की दुर्दशा पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब का दुर्भाग्य है ,कि सड़क तरह इस बदहाल है ।और कागजों में आरसीसी रोड बयां कर रही है।
सवाल यह भी है कि आखिर वह कौन शख्सियत है, कि जो सड़क का निर्माण भी नहीं कराया और उसका भुगतान कागजों में लगभग एक साल पहले ही हो गया।
फिलहाल यह तो जांच का विषय है ।