बस्ती - जनपद में कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे को देखते हुए आम आदमी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष कुलदीप जायसवाल ने कैली के ओपेक अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया और वहां पर भर्ती मरीजों से मिलकर उनकी पीड़ा को मुख्यमंत्री पोर्टल पर जिले की व्यवस्था सुधारने को लेकर 5 बिंदुओं पर शिकायती पत्र भेजा ।
शिकायती पत्र में पूर्व जिला अध्यक्ष ने कहा कि " आम जनता मर रही है । लेकिन कैली प्राचार्य अपने अहम से बाहर नहीं आ रहे हैं मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था इतनी खराब हो चुकी है ऑक्सीजन, दवाओं और पर्याप्त इलाज के अभाव में मरीज तड़प - तड़प कर मर रहे हैं। मरीजों को बेहतर सुविधा के लिए भीख तक मांगनी पड़ रही है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन मरीजों की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर रहा है। जो प्राचार्य किसी मरीज के तीमारदारदार को थप्पड़ मार कर यह कहे कि जहां ऑक्सीजन मिले वहां ले जाओ तो उसके मानसिकता का को क्या कहा जाए । ऐसे तमाम दुर्व्यवहार आम जनता के साथ कैली प्राचार्य का सामने आ चुका है अगर कैली प्राचार्य अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं तो तत्काल अपने पद से हट जाएं , जिससे मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था ठीक हो सके । निम्न बिंदुओं पर शिकायत की गई है ।
1- कैली हॉस्पिटल लगभग 500 बेड का है जिसमें 300 बेड का उपयोग अस्पताल कोरोना वार्ड के रूप में हो रहा है बाकी 200 बेड खाली हैं । खाली ओ.पी.डी .का उपयोग कर कोरोना मरीजों भर्ती लिया जाय । साथ ही साथ शहर के निजी अस्पतालों/ निजी स्कूलों को भी अस्पताल के रूप में कोरोना अस्पताल बनाने का निर्णय लिया जाय।
2- कैली मेडिकल कॉलेज मे जो ऑक्सीजन पाइप लाइन से दिया जा रहा है उसकी स्थिति ठीक नहीं है जो मौतें हो रही हैं वहां भर्ती मरीजों के परिजनों की शिकायत है कि रात में ऑक्सीजन का फ्लो कम कर दिया जाता है जिससे आए दिन में रोज दहाई के आंकड़ों में मौतें हो रही हैं और ना ही ऑक्सीजन सिलेंडर समुचित मात्रा में मुहैया कराया गया है । शहर में तमाम जगह ब्लैक में भी सिलेंडर बेचा जा रहा है जिसका मनमाना कीमत लोगों से लिया जा रहा है।
3- जिले में कोरोना में जो दवा /इंजेक्शन रेमेडिसिवर आदि बाजार में मनमानी रेट पर दवा विक्रेताओं द्वारा बेचा जा रहा है मार्केट से कई जीवन रक्षक दवा जो कोविड- मरीजो को जरूरत पड़ती है मार्केट से गायब करके अनैतिक लाभ कमाया जा रहा है तमाम सर्जिकल उपकरण भी मनमाने रेट पर बेचा जा रहा है।
4- कैली मेडिकल कॉलेज में मरीजों का खाना एवं कोविड-19 मरीजों दैनिक प्रयोग किट प्रशासन से मुहैया कराया जाता है वह अस्पतालों में नहीं कराया जा रहा है तमाम कोविड-19 मरीज वहां की अव्यवस्था का शिकार हो होकर मर जा रहे है।
5- कैली मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की लापरवाही के कारण मेडिकल कॉलेज में जो अव्यवस्था आये दिन पनप रही है आम जन में आक्रोश व्याप्त है लापरवाही का मंजर यह है कि कोई इंजेक्शन बिना मर जा रहा तो कोई प्राचार्य साहब के आदेश - मेडिकल कॉलेज में पाइप लाइन से दी जा रही ऑक्सीजन को रोक - रोक चलाया जा रहा है और लोग इस आदेश के कारण मर रहे हैं । ऑक्सीजन की कमी प्राचार्य द्वारा बताकर घंटो - घंटो मरीजों को इंतजार करा कर बाहर ही मार दिया जा रहा है और भर्ती नहीं लिया जा रहा है । जबकि सरकार का सख्त आदेश है कि किसी मरीज को भर्ती के लिए मना नहीं किया जाएगा ।
कुलदीप जायसवाल ने कहा कि उक्त विन्दुओं को संज्ञान में लेकर उच्चाधिकारियों को इस पर कार्यवाही शुरू करनी चाहिए अन्यथा स्थिति काफी भयावह होगी।