सौरभ वीपी वर्मा
बस्ती- सल्टौआ ब्लॉक के बंजरिया क्षेत्र पंचायत सदस्य पद की सीट पर हो रहे उप चुनाव में दिग्गजों ने भाग्य अजमाने के लिए नामांकन कर दिया है । अब देखना यह होगा कि रोमांचक मुकाबले वाले इस सीट पर किसके सिर जीत का सेहरा बंधेगा।क्षेत्र पंचायत सदस्य के बंजरिया सीट पर बजरंगी चौधरी की माता इन्द्रमती देवी सदस्य चुनी गई थीं लेकिन परिणाम आने के एक हप्ते बाद उनका निधन हो गया था जिसके नाते यह सीट खाली हो गई थी इस बार बजरंगी चौधरी के छोटे भाई की पत्नी शीला देवी मैदान में हैं।
ब्लॉक प्रमुख पद की दावेदारी की बात कर रहे रजनीश चौधरी ने यहां अपनी माता चमेली देवी को प्रत्याशी बनाया है ,रजनीश चौधरी सम्पन्न हुए पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद की सीट निकालने में कामयाब हुए हैं जिला पंचायत सीट पर रजनीश चौधरी की पत्नी उर्मिला चौधरी ने जीत हासिल की है।
ग्राम पंचायत केवटाखोर के पूर्व प्रधान रामबचन चौधरी एवं वर्तमान प्रधान विरामा देवी की पुत्रवधु माया देवी भी मैदान में हैं चर्चा है कि यदि सीट निकलती है तो एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख अपना प्रमुख बनाने के लिए दांव खेल सकते हैं ।
वहीं ग्राम पंचायत बंजरिया के पूर्व प्रधान राजेन्द्र चौधरी की पत्नी दुर्गावती देवी भी मैदान में हैं । राजेन्द्र चौधरी के समर्थक बताते हैं कि यदि सीट निकली तो भी प्रमुख पद की रेस में यह भी आएंगे ,चर्चा है कि एक और पूर्व ब्लॉक प्रमुख की नजर बंजरिया सीट पर है।
वहीं भाजपा के मंडल अध्यक्ष राम नेवास गिरी की पत्नी ममता देवी भी क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए उम्मीदवार हैं जो पार्टी की छवि और कार्यकर्ताओं के बदौलत जीत का दावा कर रहे हैं।
सल्टौआ ब्लॉक के प्रमुख पद के रुझानों में अभी तक राजू गुप्ता एवं राम तीर्थ यादव का नाम आया है वहीं भाजपा में अच्छी पकड़ बनाने वाले दुष्यंत विक्रम सिंह अपने प्रत्याशी की जीत की दावेदारी कर रहे हैं। अब देखना यह होगा क्या दुष्यंत विक्रम सिंह सल्टौआ की कुर्सी छकाने में कामयाब रहेंगे या फिर बंजरिया सीट का परिणाम आने के बाद कोई दूसरा माहौल बनेगा।
बता दें कि जिले में पिछले दिनों हुए पंचायत चुनाव के बाद रामनगर के बेलगड़ी, परशुरामपुर के रानीपुर और बस्ती सदर विकास खंड के बरसांव ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित प्रधान का निधन हो गया था। इसी प्रकार परशुरामपुर के लक्ष्मणपुर, साऊंघाट के परसा सूरत, कुदरहा के परसांव व सल्टौआ गोपालपुर के बंजरिया से चुने गए क्षेत्र पंचायत सदस्यों का भी निधन हो गया है। इसके अलावा चुनाव के दौरान 13 हजार 785 ग्राम पंचायत सदस्यों में से 5611 पदों के लिए एक भी नामांकन न आने से पद रिक्त रह गए थे। इसके चलते 570 नव निर्वाचित प्रधान शपथ ग्रहण से वंचित रह गए हैं। इन सभी स्थानों पर उपचुनाव के लिए रविवार को नामांकन हुआ है , 12 जून को मतदान होगा। वहीं, 14 जून को परिणाम आएगा।