काश्तकारों ने जिलाधिकारी को शिकायत देते हुए कहा कि अमरौली शुमाली ग्राम पंचायत चकबंदी प्रक्रिया में जिसके तहत काश्तकारों की जमीन को बिना उनकी राय के काट कर जहां तहां बैठा दिया गया जिसके चलते या काश्तकारों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है।
गांव के प्रदीप चन्द्र वर्मा ने बताया कि हमारा चक अलग अलग स्थान पर था जिसे समझौते के तहत उसके सहभागी काश्तकार और हम लोग एक स्थान पर करने के लिए राजी थे लेकिन चकबंदी कर्मचारियों द्वारा चक को अलग अलग स्थान पर जस के तस छोड़ दिया गया ।
इसी प्रकार महेंद्र चौधरी ,रामनयन चौधरी ,रामचन्द्र यादव ,श्याम बिहारी चौधरी ,राममूरत चौधरी , जगनारायण चौधरी ,नरसिंह चौधरी ,उदयराज यादव ,कमल कुमार ,केदारनाथ मोदनवाल ,अमित कुमार ,रामजन्म ,रामकुमार सोनी ,कृपाल शर्मा रामप्रताप चौधरी ,राजपाल चौधरी ,रामकुमार यादव ,रामनरेश चौधरी ,राम चरित्र यादव समेत 200 से अधिक काश्तकारों का आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान जब सारा काम काज ठप था तब चकबंदी करने वाले लोग काश्तकारों की सलाह लिए बगैर चक काट दिया गया जिसके चलते बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है।