सौरभ वीपी वर्मा
बस्ती - योगी सरकार में आज तक ग्रामीण इलाकों से जुड़ने वाली कोई भी योजना का सही तरीके से संचालन नही हो पाया है। स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली झेल रहे भिरियाँ न्याय पंचायत से जुड़े लोगों को सपा सरकार में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सौगात तो मिल गया लेकिन योगी सरकार इस कदर फेल चल रही है कि आज तक उसने इस अस्पताल की दीन दशा सुधारने की जहमत भी नही उठाई।
आलम यह है कि सल्टौआ विकास खंड के अमरौली शुमाली में बने 30 बेड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली खत्म होने का नाम नहीं ले रही है । 5 करोड़ रूपये की लागत से बने इस अस्पताल में डॉक्टर ,दवा और स्वास्थ्य संसाधनों का अभाव लगातर बरकरार है । लेकिन न तो जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गंभीरता ले रहे हैं और न ही जनप्रतिनिधि । अब जिला अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जवाबदेही तो तय करना चाहिए कि आखिर इतने बड़े योजना की बदहाली क्यों नही खत्म हो रही है।
यदि वास्तव में सरकार की मंशा जनता के प्रति ठीक-ठाक है तो उसे तत्काल प्रभाव से अस्पतालों की व्यवस्था सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए । लाखों लोगों के इलाज के लिए बने अस्पतालों में जहां स्वास्थ सुविधाओं का अभाव है वहीं डाक्टरों, दवाओं एवं अन्य कर्मचारियों की कमी भी दिखाई पड़ रही है । इसलिए सरकार को और विभागीय जिम्मेदारों को गंभीरता दिखाई दिखानी चाहिए कि तत्काल प्रभाव से अमरौली शुमाली जैसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर ,स्वास्थ्य संसाधन ,कर्मचारियों एवं दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ।