UP Block Pramukh Chunav: बीजेपी ने 292 प्रत्याशियों के निर्विरोध जीत का किया दावा, कल वोटिंग
यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए गुरुवार को नामांकन पत्र दाखिल किए गए.
जमकर हुए बवाल के बीच राज्य में बड़े स्तर पर बीजेपी उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत ।
यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव (UP Block Pramukh Chunav) के लिए गुरुवार को नामांकन पत्र दाखिल किए गए. जमकर हुए बवाल के बीच राज्य में बड़े स्तर पर बीजेपी उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत लगभग तय है. बीजेपी के दावे के मुताबिक वह पूरे राज्य में करीब 292 सीटों पर जीत हासिल करेगी. उसका कहना है कि सहयोगी अपना दल के साथ मिलकर जीत का आंकड़ा 295 तक पहुंच जाएगा.
गुरुवार को राज्य के 75 जिलों में 826 ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव के लिए नामांकन (Nomination) दाखिल किए गए. 10 जुलाई को चुनाव होना है. इस दौरान बीजेपी बहुत सी सीटों पर निर्विरोध जीत का दावा कर रही हैं. बीजेपी (BJP) का दावा है कि वह लखनऊ में 61, बनारस में 27, बरेली में 30, गोरखपुर में 44, प्रयागराज में 3, मेरठ में 29, कानपुर में 30, बुंदेलखंड में 19, बाजियाबाद में 1 और गौतमबुद्ध नगर में 2, अलीगढ़ में 7, मुरादाबाद में 8 और आगरा में 31 सीटों पर जीत हालिल करेगी.
बीजेपी का निर्विरोध जीत का दावा
वहीं सपा के करीब 10 प्रत्याशियों की जीत लगभग तय दिख रही है. लखनऊ में सपा और बीजेपी के करीब 64 प्रत्याशियों का निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख चुनाव जीतना करीब तय माना जा रहा है. इनमें एक उम्मीदवार सपा का और दो निर्दलीय हैं. वहीं बीजेपी के 61 प्रत्याशी है. वहीं खबर ये है कि कांग्रेस, आरएलडी समेत दूसरे दलों को कई जगह पर तो प्रत्याशी ही नहीं मिले तो वहीं कई जगह पर उन्होंने पार्टी के साथ धोखा कर दिया.
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में शानदार जीत के बाद बीजेपी का जोश ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी बहुत हाई है. उनका मानना है कि ज्यादातर सीटों पर बीजेपी का ही कब्जा होगा. चुनाव में मेन मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच है. पंचायत अध्यक्ष चुनाव में शानदार जीत के बाद बीजेपी को लग रहा है कि जमीनी स्तर पर सपा उनके सामने कहीं भी नहीं है. वही कांग्रेस और बीएसपी का भी इस चुनाव में कोई अस्तित्व नहीं दिख रहा है.
सपा-बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला
बतादें कि नॉमिनेशन फाइल करने के दौरान सपा और बीजेपी उम्मीदवारों में जमकर बवाल हुआ. दोनों कार्यकर्ता और प्रत्याशी आपस में भिड़ गए. हंगामा इतना बढ़ गया कि सपा समर्थकों की गाड़ी पर हमला कर दिया गया. इस हमले का आरोप सपा बीजेपी पर लगा रही है. हैरानी की बात ये है कि जिला प्रशासन की मौजूदगी में ये पूरा बवाल होता रहा और उन्होंने कोई सख्त एक्शन तक नहीं लिया. कई जगहों पर बीजेपी पर सपा उम्मीदवारों को पर्चा भरने से रोकने का भी आरोप लगाया गया ।