Balrampur News: UP - उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में आज मंगलवार को आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा पीईटी में परीक्षार्थियों को बाढ़ के दौरान जान जोखिम में डालकर परीक्षा देना पड़ा। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की सेवाओं में समूह 'ग' के पदों पर भर्तियों के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने जिले में पीईटी प्रारंभिक अर्हता परीक्षा आयोजित कराई थी।
जिले में कई सेंटर भी है, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बनाए गए हैं। इन परीक्षा केंद्रों तक परीक्षार्थियों को जान जोखिम में डाल कर पहुँचना पड़ा
सोशल मीडिया पर कुछ फोटो वायरल हो रहे हैं जिसमे कुबेरमती पांडेय मेमोरियल इंटर कॉलेज श्रीदत्तगंज में बनाये गए परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को पहुंचने के लिए गाठ भर बाढ़ के पानी का सामना करना पड़ा वहीं भारी जलजमाव के चलते कई गाड़ियां भी सड़क के किनारे फंस गई। जलजमाव का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लोगों ने काफी नाराजगी व्यक्त किया । फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा कि यह योगी सरकार की नाकामी है जहां पानी में घुसकर बच्चों का भविष्य तय किया रहा है । इसी प्रकार एक यूजर्स ने लिखा
"जरा सोचिए , जहां आस्था के नाम पर ठगी होती हो और लोगों को अंधविश्वास पाखंड चमत्कार भाग्यवाद पुनर्जन्म का पाठ पढ़ाया जाता है वहां की इमारतें संगमरमर की बनती हैं और रास्ते में भक्तों के पैर में कीचड़ भी नहीं लगता
लेकिन जहाँ शिक्षा के मंदिर में विद्यार्थियों का भविष्य और देश की दिशा तय होती है वहां पानी में तैर करके परीक्षा देने पड़ रही है ।देश को बचाने की जिम्मेदारी किसी एक की नहीं हम सब की है"
नौकरी पाने के लिए परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों ने कहा कि परीक्षा केंद्र तक पहुँचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। परीक्षा केंद्र तक पहुँचने के लिए इस डिप पर बह रहे पानी के तेज बहाव को पार करना पड़ रहा है। जोकि काफी खतरे से भरा है। जिला प्रशासन को केंद्र बनाने से पहले इस ओर ध्यान देना चाहिए था।
क्या बोले अपर जिलाधिकारी बलरामपुर
इस मामले पर जब अपर जिला अधिकारी वित्त एवं प्रशासन अरुण कुमार शुक्ल से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि परीक्षार्थियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा पुलिस की व्यवस्था की गई है जो उन्हें उचित रास्ते से परीक्षा केंद्रों तक भेज रहे हैं। जिले में बाढ़ की समस्या है और पिछले 2 दिनों से बारिश हो रही है। इसलिए जिला प्रशासन कुछ कर नहीं पा रही है।