सौरभ वीपी वर्मा
बस्ती -सरकार ने भले ही स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर ग्राम पंचायतों में व्यक्तिगत से लेकर सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाने का काम जोर-शोर से किया है लेकिन धरातल पर उतर कर देखने के बाद पता चलता है कि सरकारी योजनाएं महज हाथी दांत बनकर पड़ी हुई हैं। और तो और वित्तीय वर्ष 2020-21 में बनाए गए सामुदायिक शौचालय जस के तस पड़े हुए हैं यहां तक अधिकांश ग्राम पंचायतों का शौचालय निर्माण कार्य अभी भी अधूरा है ।जनपद के सल्टौआ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बस्थनवा के चौरा गांव में बनाये गए सामुदायिक शौचालय का हाल भी बदहाल ही है । गांव के इसरार अली ,जहूरमोहम्मद ,आशिक अली ,वली मोहम्मद सहित गांव के दर्जनों लोगों जे बताया कि गांव में पिछले साल सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए नींव रखा गया था जिसमे भवन बनाकर तैयार कर दिया गया लेकिन उसके बाद अभी तक शौचालय के अधूरे काम को पूरा नही किया गया जिसके चलते शौचालय के अगल-बगल बडी बडी झाड़ियां उग आई है और शौचालय अपने उद्देश्य की तरफ जाने में असफल है।
गांव के लोगों का कहना है कि यहां पर जो शौचालय बनवाया गया है उसके काम को पूरा किया जाये क्योंकि यह गांव तीन तरफ से बाढ़ से घिरा हुआ है इसलिए लोगों को इसकी अति आवश्यकता है।