राकेश चौधरी
सिद्धार्थनगर-देश भर में ग्राम पंचायतों में जो भ्रष्टाचार है वह किसी से छुपा नहीं है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर के विकास खण्ड मिठवल स्थित ग्राम पंचायत बनगवा द्वितीय का प्रकाश में आया है। जहां पर पूर्व प्रधान द्वारा ग्राम बनगवा में एक नाला निर्माण तथा एक इंटरलॉकिंग का कार्य कागजों में पूरा कर भुगतान करा लिया गया था।
बीते 31 अगस्त को ग्राम वासियों ने जिलाधकारी सिद्धार्थ नगर के साथ ही प्रमुख सचिव पंचायती राज के साथ कई संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर कर शिक़ायत किया तो भ्रष्टाचार में लिप्त पूर्व ग्राम प्रधान और सचिव हरकत में आए और आनन फानन में कार्य को पूरा करने के युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा।
हमारे सिद्धार्थ नगर संवादाता ने जब मौके पर पड़ताल किया तो पता चला कि बीते वर्ष अप्रैल में बड़की गड़ही से पुलिया तक नाला निर्माण का बिल तथा बीते नवंबर में बुधिराम के मड़ई से शब्बीर के घर तक इंटरलॉकिंग कार्य का बिल किया गया था जिसका भुगतान बीते अगस्त में हो गया लेकिन मौके पर काम ही नहीं हुआ था।
अब शिकायत के बाद तेजी से कार्य पूरा करके इस घटना को छुपाने का प्रयास किया जा रहा है।
बड़ा सवाल यह है कि आखिर जब कार्य हुआ ही नहीं था तो फिर इसका सत्यापन और भुगतान कैसे हो गया?