राकेश चौधरी
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय तथा उच्च माध्यमिक विद्यालय सरकार द्वारा सुचारू रूप से चलाने के लिए हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं। लेकिन सरकारी कर्मचारियों की उदासीनता के कारण आए दिन शिक्षा विभाग में लापरवाही बरतने की घटनाए सामने आती रहती हैं।
मंगलवार को सिद्धार्थ नगर के मिठवल विकास खण्ड के अन्तर्गत आने वाले प्राथमिक विद्यालय तथा उच्च माध्यमिक विद्यालय दनोकुईया में अध्यापक नदारद मिलें तथा रसोईयों के द्वारा तकरीबन 10 बजे के बाद विद्यालय खोला गया।
हमारे संवाददाता ने जब खण्ड शिक्षा अधिकारी मिठवल से जानकारी लेना चाहा तो उन्होने कोई ठोस जवाब नहीं दिया तथा फोन काट कर मोबाइल बंद कर लिया गया तब हमारे संवाददाता ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को फोन कर जानकारी लेनी चाही लेकिन अधिकारी के मीटिंग में होने के कारण बात नहीं हो सकी।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर किसके शय पर अध्यापक लगातार मनमानी करते रहते हैं और अपने मनमर्जी से गायब रहते हैं?