नई दिल्ली : दिल्ली के 160 साल पुराने सदर बाजार पुलिस स्टेशन ( Sadar Bazar Police Station) को देश के सर्वश्रेष्ठ तीन थानों में एक चुना गया है. अब गृहमंत्री अमित शाह इस थाने के एसएचओ को अवार्ड देंगे. दिल्ली के सबके पुराने थानों में एक सदर बाजार पुलिस थाना साल 1861 में शुरू हुआ. सदर बाजार के एसएचओ कन्हैया लाल यादव कहते हैं कि इस थाने में पहली एफआईआर दल्लू माली नाम के शख्स ने 31 दिसम्बर 1861 को कराई थी. आरोप था कि उसका 7 रुपये का सरसों का तेल चोरी हो गया है, तब से इस इमारत को दिल्ली पुलिस ने दुल्हन की तरह सज़ा कर रखा है. हाल ही में गृह मंत्रालय की एक टीम ने इस थाने का कई बार निरीक्षण किया था और इस साल इस थाने को देश के सर्वश्रेष्ठ तीन थानों में एक चुना गया था.
इस थाने में घुसते ही आपको अहसास हो जाएगा कि ये थाना आम थानों से अलग है. बाहर विजिटर रूम है, जिसमे दिव्यांगों फरियादियों के लिए एक व्हीलचेयर है. सीसीटीवी कैमरों से पूरे थाने की निगरानी की जा रही है. बच्चों के खेलने के लिए ये किड्स जोन है. थाने के अंदर का नजारा किसी हेरिटेज होटल से कम नहीं है. थाने के आंगन में बैडमिंटन कोर्ट है और एक जिम भी है.
इस थाने के रेकॉर्ड रूम समेत हर कमरा व्यवस्थित और साफ-सुथरा है. यहां बच्चों के लिए एक स्टडी रूम भी है. पुलिसकर्मियों के मनोरंजन के लिए रिक्रिएशन रूम है और इसी थाने में ये फारेंसिक लैब है, जिससे हर केस की जांच तेजी से हो.
बता दें कि यह पुरस्कार गृह मंत्रालय के द्वारा दिया जाता है. जिसे 19 नवंबर को गृह मंत्री की तरफ से ट्रॉफी के रूप में लखनऊ में सदर बाजार थाने के एसएचओ कन्हैया लाल यादव को दिया जाएगा. देशभर के थानों में से सदर बाजार थाना टॉप थ्री में स्थान बनाने में कामयाब रहा था. जिसके बाद कई मानकों में वो उड़ीसा और हरियाणा के थानों को पछाड़ता हुआ नंबर वन पुलिस थाना बना है.