सौरभ वीपी वर्मा
तो आज के कड़ी में हम आपको बस्ती जनपद के सदर विधानसभा के अंतर्गत आने वाली सभी जातियों का आंकड़ा पेश कर रहे हैं जिसके माध्यम से आप जानेंगे कि विधानसभा में जातीय समीकरण क्या है ।
विधानसभा में दलित वोटों की बात करें तो सबसे ज्यादा वोट दलित में चमार का 62542 है उसके बाद धोबी ,10040 ,खटिक ,15260 और पासी का वोट1429 है ।
विधानसभा में दूसरी सबसे ज्यादा वोटों वाली जाति पटेल( कुर्मी ) की 61025 है। उसके बाद ब्राह्मण वोटों की संख्या 26225 यादव की बात करें तो इनकी संख्या 15620 है सदर विधानसभा में मुस्लिम वोटों संख्या 38130 के साथ कायस्थ (लाला) मतदाता की संख्या 15050 है । इस विधानसभा में ठाकुर मतदाताओं की संख्या 12250 के साथ राजभर की संख्या 9023 है। सदर विधानसभा में बनिया वोटरों की बात करें तो 27120 के साथ इनकी भी अच्छी खासी संख्या है।
उसके बाद सदर विधानसभा में निषाद ,8405 , मौर्या 4608 , चौहान 8010 , चौरसिया 3532 ,गड़रिया 1530 , लोहार 2515 ,बढई 2030 ,कुम्हार 4560 , कंहार 4012 , माली2500 ,नाई 4112 ,बेलदार 1790 , हेला 6500 , सिक्ख 2000 के साथ अन्य वोटरों की संख्या 500 है।
इस विधानसभा में पार्टियों की बात करें तो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अभी तक जीत हासिल नही कर पाए हैं इस निर्वाचन क्षेत्र में वर्ष 2002 में जगदंबिका पाल ने कांग्रेस से चुनाव जीता था उसके बाद 2007 में इस विधानसभा से जितेंद्र कुमार उर्फ नंदू चौधरी ने बहुजन समाज पार्टी से जीत हासिल की थी उसके बाद वर्ष 2012 में एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी से नंदू चौधरी ने बाजी मार दी 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से पहली बार भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दयाराम चौधरी ने भारी मतों से जीत हासिल की थी ।
अब देखना यह होगा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पुनः परचम लहराने में कामयाब होगी या फिर कांग्रेस या बसपा के प्रत्याशी के सिर जीत का सेहरा बंधेगा । दिलचस्प यह होगा कि जिस समाजवादी पार्टी ने अभी सदर विधानसभा से जीत नहीं हासिल कर पाई है क्या वह 2022 विधानसभा चुनाव में पुनः संभावित सपा प्रत्याशी नंदू चौधरी के सहारे सीट निकालने में कामयाब होगी ।