सौरभ वीपी वर्मा
बस्ती- पांच विधानसभा वाली पूर्वांचल के बस्ती जनपद में कभी सपा -बसपा का दबदबा रहा है तो कभी भाजपा पांचों सीटों पर कब्जा करने में सफलता हासिल की है।बस्ती के रुधौली विधानसभा के सीट की बात करें तो यहाँ पर वर्ष 2002 में समाजवादी पार्टी से अनूप पाण्डेय ,वर्ष2007 में बहुजन समाज पार्टी से राजेंद्र प्रसाद चौधरी , वर्ष 2012 में कांग्रेस से संजय प्रताप जायसवाल तो वहीं 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आये संजय प्रताप जायसवाल का दूसरी बार ताजपोशी हुई थी।
जातीय समीकरण की बात करें तो रुधौली विधानसभा में सर्वाधिक 90 हजार वोट मुस्लिमों का है उसके बाद दूसरे नंबर पर पटेल (कुर्मी ) वोटरों की संख्या भी 69 हजार है। दलित में चमार वोटरों की बात करें तो विधानसभा में 64 हजार वोट चमार के साथ धोबी की संख्या
10230 है । इसके बाद विधानसभा में 38 हजार वोट ब्राह्मण का है वहीं विधानसभा में 24 हजार वोट यादव के साथ 12 हजार ठाकुर वोटों की संख्या है।
विधानसभा में अन्य पिछड़ी जातियों की बात करें तो 9500 राजभर , 12300 निषाद 10600 मौर्या ,8900 चौहान ,7500 कुम्हार , 7500 कंहार ,8000 तेली ,5500 बढई ,6200 बनिया , 2600 गड़रिया , 3200 लोध 2100 लाला के साथ ,2000 खटिक ,1700 पासी ,5490 चौरसिया ,1800 नट ,3960 नाई ,2500 हेला के साथ 5000 अन्य वोटों की संख्या है ।
रुधौली विधानसभा में 2022 के चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर वर्तमान विधायक संजय प्रताप जायसवाल के साथ रनर रहे राजेन्द्र प्रसाद चौधरी ,पूर्व विधायक रामललित चौधरी , राजा ऐश्वर्य राज सिंह ,जगदंबा सिंह , पूर्व लोकसभा प्रत्याशी बसंत चौधरी के साथ पूर्व ब्लॉक प्रमुख अशोक मिश्र संभावित उम्मीदवार हैं ।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि रुधौली विधानसभा क्षेत्र से किस पार्टी से कौन सा चेहरा उम्मीदवार बनकर आता है । खैर अशोक मिश्र के मैदान में आने से रुधौली विधानसभा का समीकरण बदल चुका है ।
हम अगली कड़ी में अन्य 4 विधानसभा सीटों की जातीय समीकरण एवं माहौल के बारे में बताएंगे ।