सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को स्कूल से जोड़ने के उद्देश्य से वर्ष 2005 में तेलियाडीह गांव के उत्तरी छोर पर प्राथमिक विद्यालय का निर्माण हुआ था लेकिन डेढ़ दशक में ही भवन का छत गिरने के कगार पर पहुंच गया ।
स्कूल के प्रधानाध्यापक रजनीश धर द्विवेदी ने तहकीकात समाचार को बताया कि भवन का छत कई हिस्सों में टूट गया है जो कभी भी गिर सकता है । उन्होंने बताया कि भवन का एक कमरा तो सही है लेकिन यह डर बना रहता है कि कभी छत गिर न जाये और कोई अनहोनी न हो जाये इस लिए बच्चों को ज्यादा समय बाहर ही बैठाने के लिए मजबूर रहना पड़ता है ।
उन्होंने बताया स्कूल भवन के रूप में एक और कमरे का निर्माण करवाया गया जिसे आंगनबाड़ी को दे दिया गया है । उन्होंने बताया कि बनाया गया नया भवन भी खतरे से खाली नही है क्योंकि जिसने भी भवन बनवाया था उसने एक तरफ की दीवाल न लगाकर उसे 2005 में बने भवन पर ही छत ढलवा दिया जिससे यह कमरा भी खतरे से खाली नही है।