सौरभ वीपी वर्मा
तहकीकात समाचार द्वारा जनपद के रामनगर ब्लाक के 1 दर्जन कोटे की दुकान पर पहुंच कर कोटेदारों से बात चीत की गई गई जिसमें कोटेदारों ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि वह लोग असनहरा स्थिति गोदाम से अनाज उठाते हैं । कोटेदारों ने बताया कि एक बोरी में उन्हें साढ़े 51 किलो ग्राम चावल या गेहूं का उठान दिया जाता है लेकिन उन्हें 45 से 46 किलो राशन ही मिलता है ।
कोटेदारों से बात चीत करने पर जानकारी मिली कि गोदाम पर राशन तौल कर मिलना चाहिए लेकिन गोदाम प्रभारी द्वारा बोरी के हिसाब से राशन दिया जाता है ,जब राशन को तौल करने की बात कही जाती है कि तो इनकार कर दिया जाता है । कोटेदारों ने बताया कि प्रति 100 बोरी में 4 से 5 क्विंटल राशन कम हो जाता है जिसके चलते उन्हें कार्ड धारकों के साथ घटतौली या निर्धारित दाम से ज्यादा पर राशन देने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
कोटेदारों ने अपनी पीड़ा को साझा करते हुए बताया कि 70 पैसा प्रति किलोग्राम से उन्हें कमीशन मिलता है इसके अलावा न तो किराया मिलता है और न ही राशन को लादने और उतरवाने का खर्चा । कोटेदारों ने बताया कि राशन ढोने के लिए किराए की व्यवस्था उन्हें ही करना पड़ता है।
इस संबंध में विपणन अधिकारी असनहरा माधुरी पाठक से फोन पर बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नही दिया गया।