एक विधानसभा से 100 से डेढ़ सौ सैम्पल निकाल कर एजंसियों द्वारा जो एक्जिट पोल जारी किया जाता है यही कारण होता है कि एक्जिट पोल हमेशा फेल हो रहा है ।
उत्तर प्रदेश में चैनलों ने जो आंकड़ा दिखाया है वह फेल हो सकता है और और भाजपा एवं सपा दोनों पार्टियां अपने अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा नही छू पाएंगी ।सरकार बनाने के लिए गठबंधन की सीटों का ही सहारा है जिसमें सपा गठबंधन सबसे मजबूत स्थिति में आ सकती है और सपा गठबंधन की सरकार भी बन सकती है ।
ग्राउंड जीरो पर स्थानीय पत्रकारों के साथ जो सर्वे रिपोर्ट प्राप्त किया गया है उसमें अनुमान है कि समाजवादी पार्टी और गठबंधन को मजबूती मिला है । खैर यह तो अनुमानों का आईना है जनता ने ईवीएम के जरिये किसको कितना मजबूती दी है यह तो 10 मार्च को साफ होगा ।